उत्तर प्रदेश की दो हाईप्रोफाइल सीट रायबरेली और अमेठी को लेकर जो सस्पेंस बरकरार था। वो आज (3 मई 2024) खत्म हो गया है। कांग्रेस ने दो उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर दी है। इसमें राहुल गांधी को रायबरेली से टिकट दिया गया है। अमेठी लोकसभी सीट से केएल शर्मा को चुनावी मैदान में उतारा गया है। केएल शर्मा को गांधी परिवार के बेहद करीबी माना जाता है। राहुल गांधी अब तक अमेठी से चुनाव लड़ते रहे हैं। इस बार पार्टी ने उनकी सीट बदल दी है। केएल शर्मा पहली बार चुनावी मैदान में होंगे। उनके सामने बीजेपी की स्मृति ईरानी चुनावी मैदान में हैं।
आज 3 मई को अमेठी और रायबरेली सीट पर नामांकन पत्र दाखिल करने का आखिरी दिन है। इस बीच पार्टी के अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। अमेठी से भाजपा उम्मीदवार स्मृति ईरानी पहले ही अपना नामांकन पत्र दाखिल कर चुकी हैं। BJP ने रायबरेली से दिनेश प्रताप सिंह को टिकट दिया है। दिनेश प्रताप सिंह ने 2019 का लोकसभा चुनाव सोनिया गांधी के खिलाफ लड़े थे। वह 2019 में सोनिया गांधी से 1.6 लाख वोटों से चुनाव हार गए थे।
राहुल गांधी दो जगह से लड़ रहे हैं चुनाव
बता दें कि अमेठी और रायबरेली नेहरू-गांधी परिवार के पारंपरिक सीट मानी जाती है। इस परिवार के सदस्यों ने कई दशकों तक इन सीटों का प्रतिनिधित्व किया है। हालांकि, साल 2019 में अमेठी से राहुल गांधी चुनाव हार गए थे। यहां से बीजेपी की उम्मीदवार स्मृति ईरानी को जीत मिली थी। राहुल गांधी इस बार केरल के वायनाड से चुनावी मैदान में हैं। उनकी सीट पर दूसरे फेज में 26 अप्रैल को वोटिंग हो चुकी है। अब उन्हें अमेठी से भी प्रत्याशी घोषित किया गया है। कुल मिलाकर राहुल गांधी इस बार दो जगह से चुनाव लड़ रहे हैं। अगर वो दोनों सीट से जीत हासिल करते हैं तो उन्हें एक सीट छोड़ना पड़ेगा।
जानिए किशोरी लाल शर्मा कौन हैं
अमेठी सीट से कांग्रेस के प्रत्याशी किशोरी लाल शर्मा की पहचान सोनिया गांधी के करीबी नेताओं के रूप में रही है। शर्मा पंजाब के मूलनिवासी हैं। वो लंबे समय से रायबरेली में सोनिया गांधी के सांसद प्रतिनिधि के रूप में काम करते आए हैं। करीब चार दशक से अमेठी-रायबरेली में संगठन का काम कर रहे हैं। इन दो जिलों की एक–एक गली उनको मालूम है। राजीव गांधी के जमाने में इन्हें सरकार के काम का प्रचार प्रसार करने यूपी भेजा गया और तब से यहां के ही होकर रह गए।