UP Lok Sabha Chunav: स्मृति ईरानी ने कांग्रेस पर लगाए 'अपने ऊपर हमला करने' के आरोप, कहा- मेरी लड़ाई प्रियंका गांधी से है
UP Lok Sabha Election 2024: ग्लैमर की दुनिया से राजनीति में प्रवेश करने के अपने संघर्ष के बारे में बात करते हुए ईरानी ने कहा कि उनके पास गांधी भाई-बहनों की तरह राजनीतिक वंशावली नहीं है। उन्होंने यहां तक कहा कि साथी भाजपा सांसद मेनका गांधी पर "कांग्रेस के गुंडों" ने हमला किया था
UP Lok Sabha Chunav: स्मृति ईरानी ने कांग्रेस पर लगाए अपने ऊपर हमला करने के आरोप
केंद्रीय मंत्री और अमेठी लोकसभा सीट से बीजेपी उम्मीदवार स्मृति ईरानी ने बुधवार को राहुल गांधी पर कटाक्ष करते हुए उन्हें "अनुपस्थित सांसद" बताया। उन्होंने कहा कि अगर जनता को हल्के में लिया गया, तो लोग उन्हें अपने वोट से जवाब देंगे। स्मृति ने CNN-News18 को दिए एक इंटरव्यू में कहा, "अगर आप मतदाताओं को हल्के में लेते हैं, तो लोग जवाब देंगे। एक अनुपस्थित सांसद के कारण लोगों को 15 सालों तक परेशानी उठानी पड़ी। उन्हें अपने लिए कोई चाहिए था। मुझे खुशी है कि मैं उनके लिए वहां मौजूद रही।"
स्मृति ईरानी (Smriti Irani), जिन्होंने 2019 के आम चुनावों में राहुल गांधी (Rahul Gandhi) को भारी हार देकर कांग्रेस के पारंपरिक गढ़ अमेठी में सेंध लगाई, उन्होंने गांधी परिवार पर उनके आधे-इटालियन वंश का जिक्र करते हुए हमला किया।
जिनको लगता था मेरी औकात नहीं है...
उन्होंने कहा, “लोग कभी-कभी गोरी चमड़ी से आकर्षित हो जाते हैं, इसके चारों ओर एक करिश्मा बन जाता है। जिनको लगता था मेरी औकात नहीं है, वो तुलना कर सकते हैं, उनसे जिनकी पैदाइश गांधी परिवार में हुई।"
सभी की निगाहें अमेठी से तीन बार सांसद रहे राहुल पर टिकी थीं कि वो एक बार फिर इस सीट से चुनाव लड़ेंगे, लेकिन ईरानी Vs गांधी की दोबारा लड़ाई देखने की इच्छा करने वालों को काफी निराशा हुई।
राहुल ने फैसला किया कि वो अपनी मां, सोनिया गांधी की विरासत को संभालेंगे और उनके निर्वाचन क्षेत्र रायबरेली से लोकसभा चुनाव लड़ेंगे, जो अमेठी के बाद पार्टी का दूसरा गढ़ है।
लेकिन, ऐसी अटकलें लगाई जा रही हैं कि भले ही गांधी परिवार इस बार अमेठी से चुनाव नहीं लड़ रहा है, लेकिन राहुल की बहन प्रियंका गांधी वाड्रा पर्दे के पीछे से इस संसदीय क्षेत्र में पार्टी के पूरे अभियान को संभाल रही हैं।
हालांकि, मंत्री ने उन्हें खारिज कर दिया और कहा, “मैं किशोर राजनीति में शामिल नहीं होना चाहती। मेरी प्रतिद्वंद्वी प्रियंका वाड्रा हैं, वो मंच के पीछे से लड़ रही हैं। भाई तो सामने था; 2014 में भी राहुल केवल 1.07 लाख वोटों से जीते और वो भी मुलायम सिंह यादव की मदद से।"
गांधी भाई-बहनों की तरह राजनीतिक वंश नहीं
ग्लैमर की दुनिया से राजनीति में प्रवेश करने के अपने संघर्ष के बारे में बात करते हुए ईरानी ने कहा कि उनके पास गांधी भाई-बहनों की तरह राजनीतिक वंशावली नहीं है।
उन्होंने कहा, “मुझे कभी वंशावली नहीं मिली। मैं एक साधारण बैकग्राउंड से आती हूं और हमारे पास कभी ज्यादा पैसा नहीं था। मेरे माता-पिता के राजनीतिक मतभेदों के बावजूद, उन्होंने परिवार को एकजुट रखा। मैंने गरीबी देखी है और मुझे इससे कोई शर्म नहीं है।"
मेनका गांधी पर "कांग्रेस के गुंडों" ने हमला किया
उन्होंने कांग्रेस पर बूथ कैप्चरिंग और अमेठी में राजनीतिक हिंसा का आरोप लगाते हुए कहा कि गांधी परिवार ने कोशिश की कि इन घटनाओं की कोई रिपोर्टिंग न हो। उन्होंने यहां तक कहा कि साथी भाजपा सांसद मेनका गांधी पर "कांग्रेस के गुंडों" ने हमला किया था।
उन्होंने कहा, "अमेठी में राजीव गांधी के खिलाफ चुनाव लड़ना आसान नहीं रहा होगा और फिर कांग्रेस के गुंडों ने उन पर हमला किया।"
कांग्रेस "मेरी कार पर गोली चलाना" चाहती थी
ईरानी ने कहा कि News18 के एक पत्रकार ने भी देखा था कि कांग्रेस "मेरी कार पर गोली चलाना" चाहती थी।
उन्होंने कहा, “गांधी परिवार का आतंक न केवल मतदाताओं के लिए था, बल्कि पत्रकारों के लिए भी था। 2014 में, प्रियंका गांधी वाड्रा के सहायक एक मतदान केंद्र पर थे, जबकि बाहरी लोगों के लिए आसपास के क्षेत्र में मौजूद रहना प्रतिबंधित है।
उन्होंने द न्यूयॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट का भी हवाला दिया, जिसमें बताया गया कि कैसे राजीव गांधी के रहते 97 बूथों पर कथित तौर पर कब्जा कर लिया गया था, जब 1989 में वो इसी सीट से चुनाव लड़ रहे थे।