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1962 का वो लोकसभा चुनाव, जब कृष्ण मेनन के लिए नेहरू ने दिलीप कुमार से कराया था प्रचार

आत्म कथा ‘वजूद और परछाई’ में दिलीप साहब लिखते हैं, "जैसा कि पंडित जी ने कहा, मैं जुहू में कांग्रेस ऑफिस गया। मैं मेनन का इंतजार कर रहा था कि एक आदमी तेजी से अंदर आया और अपना परिचय देते हुए बोला कि मेरा नाम रजनी है और मैं रोजी-रोटी के लिए वकालत करता हूं

Surendra Kishoreअपडेटेड Apr 14, 2024 पर 11:34 PM
1962 का वो लोकसभा चुनाव, जब कृष्ण मेनन के लिए नेहरू ने दिलीप कुमार से कराया था प्रचार
दिलीप कुमार ने कहा कि मैंने पंडित जी की बात का सम्मान किया। क्योंकि आगा जी के बाद मैं सबसे ज्यादा आदर व सम्मान उन्हीं का करता था

Loksabha Election 2024: 1962 के लोक सभा चुनाव में प्रधान मंत्री जवाहरलाल नेहरू को शायद ये लगा कि कांग्रेस के वी.के. कृष्ण मेनन, जे.बी. कृपलानी को नहीं हरा पाएंगे। फिर क्या था, नेहरू ने फिल्म अभिनेता दिलीप कुमार को प्रचार में उतार दियाष। उत्तरी मुंबई लोक सभा सीट पर मेनन का पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष जे.बी. कृपलानी से सीधा मुकाबला था। वो चुनाव देश में काफी चर्चित हुआ था।

दिलीप कुमार के अनुसार, "मैंने पहली बार 1962 में लोक सभा चुनाव में किसी उम्मीदवार के लिए प्रचार किया था। पंडित जवाहर लाल नेहरू ने मुझे खुद फोन करके कहा था कि 'क्या मैं समय निकाल कर बंबई में कांग्रेस ऑफिस में जाकर वी.के.कृष्ण मेनन से मिल सकता हूं? वे उत्तरी मुंबई से चुनाव लड़ रहे हैं। उनके खिलाफ एक बड़े नेता जे.बी. कृपलानी लड़ रहे थे।"

दिलीप कुमार की आत्म कथा ‘वजूद और परछाई’

उन्होंने आगे कहा, "मैंने पंडित जी की बात का सम्मान किया। क्योंकि आगा जी के बाद मैं सबसे ज्यादा आदर व सम्मान उन्हीं का करता था।"

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