लोकसभा और कुछ राज्यों की विधानसभा चुनावों में अब तक पर्चा भरने वाले उम्मीदवारों में सबसे अमीर कौन है? इसका जवाब है संतृप्त मिश्रा। 58 साल के मिश्रा आदित्य बिरला ग्रुप के एचआर हेड रह चुके हैं। वह ओडिशा की कटक सीट से बीजेडी के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं। टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक, मिश्रा के पास करीब 461 करोड़ रुपये की संपत्ति है। 3 मई को उन्होंने अपनी संपत्ति घोषित की। उन्होंने इस साल फरवरी में आदित्य बिड़ला ग्रुप से स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ली थी। फिर वह बीजेडी में शामिल हो गए।
461 करोड़ की संपत्ति के मालिक
मिश्रा ने 3 मई को चुनाव आयोग को सौंपे अपने हलफनामा में बताया है कि उनके पास जो अचल सपंत्ति है उसका मूल्य 53 करोड़ रुपये है। उनके पास 408 करोड़ रुपये की चल (Movable) संपत्ति है। उनकी तरफ से फाइल किए इनकम टैक्स रिटर्न के मुताबिक, वित्त वर्ष 2021-22 में उनकी इनकम 76.23 करोड़ थी। वित्त वर्ष 2022-23 में उनकी इनकम 66.21 करोड़ रुपये थी। उन्होंने बताया है कि उनके बैंक अकाउंट में करीब 4 करोड़ रुपये हैं। इसमें से 100 पाउंड यानी 10,521 रुपये लंदन के बैंक अकाउंट में हैं।
आदित्य बिरला समूह में सीनियर अफसर रह चुके हैं मिश्रा
आदित्य बिरला ग्रुप के इस पूर्व एग्जिक्यूटिव ने पांच कंपनियों के बॉन्ड्स में निवेश किया है। 111 कंपनियों के स्टॉक्स में उनका निवेश है। इसके अलावा म्यूचुअल फंड्स और अल्टरनेटिव इनवेस्टमेंट फंड में भी उनका निवेश है। इनकी कुल वैल्यू करीब 308 करोड़ रुपये है। उनके पास कई महंगी कारें हैं, जिनकी वैल्यू 2.3 करोड़ रुपये से ज्यादा है। उनके हलफनामा के मुताबिक, उनकी पत्नी की चल संपत्ति की वैल्यू 11.72 करोड़ रुपये है।
सनातन महाकुड़ के पास 152 करोड़ रुपये की संपत्ति
ओडिशा में चंपुआ विधानसभा सीट से बीजेडी उम्मीदवार सनातन महाकुड़ ने करीब 152 करोड़ रुपये की संपत्ति घोषित की है। इसमें 121 करोड़ रुपये का ट्रांसपोर्टेबल गुड्स शामिल है। 67 साल के महाकुड़ के पास 2014 में करीब 51 करोड़ रुपये की संपत्ति थी। तब उन्होंने चंपुआ से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव जीता था।
यह भी पढ़ें: शतरंज के दिग्गज खिलाड़ी गैरी कास्परोव ने Rahul Gandhi को रायबरेली से चुनाव जीतने की दी सलाह, आखिर भारत की राजनीति से कैस्परोव का क्या है कनेक्शन?
ओडिशा में विधानसभा के भी चुनाव हो रहे हैं
ओडिशा उन राज्यों में से एक है, जहां लोकसभा चुनावों के साथ-साथ विधानसभा के भी चुनाव हो रहे हैं। ओडिशा में अभी बीजेडी की सरकार है, जिसके मुख्यमंत्री नवीन पटनायक हैं। बीजेडी का मुकाबले बीजेपी से है। बीजेपी और बीजेडी ने मिलकर चुनाव लड़ने के लिए बातचीत की थी। लेकिन, वह नाकाम रही। फिर दोनों पार्टियां अलग-अलग चुनाव लड़ रही हैं।