Lok Sabha Elections 2024: संसद (Parliament) में अपने संबोधन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने बीजेपी के लिए 370 से ज्यादा और कांग्रेस (Congress) के लिए 40 सीट से कम सीटों की भविष्यवाणी कर के लोकसभा चुनाव 2024 के लिए अपनी पार्टी का एजेंड सेट कर दिया है। NDA में नीतीश कुमार की JDU को सफलतापूर्वक वापस लाने के बाद BJP TDP, अकाली दल और RLD जैसे अपने पुराने सहयोगियों को भी "घर वापसी" के लिए लुभा रही है। उनका टारगेट आसान है- आने वाले चुनावों में भारतीय राजनीति में कांग्रेस की प्रासंगिकता खत्म करना। विपक्षी खेमे का मूड फीका है और कई लोग I.N.D.I.A. गुट का साथ छोड़ चुके हैं।
वरिष्ठ कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल ने बुधवार को News18 को बताया कि मोदी "अति-आत्मविश्वास में हैं और 2004 में 'शाइनिंग इंडिया' का नारा देने के बाद अटल बिहारी वाजपेयी को जो झेलना पड़ा था, उन्हें भी कुछ ऐसा ही झटका लगेगा।" हालांकि, कुछ कांग्रेस नेताओं का उससे उलट मानना है कि 'कांग्रेस को लगभग 60 सीटें मिल सकती हैं और बीजेपी लगभग 320 सीटें ले जाएगी।'
नीतीश की वापसी के पक्ष में थे अमित शाह
BJP 2024 में कांग्रेस की संभावनाओं को खत्म करने के इरादे से नीतीश कुमार जैसे लोगों को वापस लाने से नहीं कतरा रही है। सूत्रों का कहना है कि गृह मंत्री अमित शाह नीतीश कुमार के NDA में फिर से शामिल होने के पक्ष में थे। क्योंकि वह जानते थे कि बिहार के मुख्यमंत्री के पास दलितों और महादलितों के बीच समर्थन का एक बड़ा आधार है और कम से कम 3-4 सालों तक राजनीतिक प्रासंगिकता है, जो बिहार में BJP को मदद कर सकती है।
ऐसा बताया जाता है कि शाह ने एक उदाहरण दिया था कि कैसे भीम राव अंबेडकर ने अपने जीवन के आखिरी पलों में बौद्ध धर्म अपनाया था। बीजेपी ने जेडीयू और LJP के साथ मिलकर 2019 में बिहार की 40 में से 39 सीटें जीतीं।
आंध्र प्रदेश में TDP और पंजाब में अकाली दल के साथ BJP की गठबंधन बातचीत एक ही मंत्र का पालन करती है कि- ये पुराने साथी हैं, जो गठबंधन होने पर दोनों राज्यों में बीजेपी की संभावनाओं में सुधार कर सकते हैं। BJP TDP के साथ गठबंधन करके आंध्र प्रदेश में कम से कम छह सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती है, क्योंकि उसे लगता है कि सत्ता विरोधी लहर के कारण राज्य में इस बार वोट सीएम जगन मोहन रेड्डी के खिलाफ होगा।
पंजाब में, BJP के पास 13 सीटों में से किसी पर भी जीतने की बहुत कम संभावना है, जब तक कि वह अकाली दल के साथ गठबंधन नहीं करती, क्योंकि इस समय राज्य में कांग्रेस और AAP का दबदबा है। 2019 में BJP ने यहां दो सीटें जीतीं।
BJP के एक वरिष्ठ मंत्री ने कहा कि यह कदम I.N.D.I.A. खेमे के लिए एक मनोवैज्ञानिक झटका भी है, क्योंकि मतदाताओं के बीच ये धारणा जा रही है कि जहां NDA परिवार दिन-ब-दिन बढ़ रहा है, वहीं I.N.D.I.A. खेमा बिखर रहा है।
'कांग्रेस से डरते हैं मोदी!'
कांग्रेस नेता राजीव शुक्ला ने News18 को बताया कि मोदी सबसे पुरानी पार्टी से "डरते" हैं, क्योंकि उनके संसद भाषण सिर्फ कांग्रेस पर केंद्रित रहते हैं और कुछ नहीं। शुक्ला ने कहा, "प्रधानमंत्री के मन में हमसे हारने का डर वास्तविक है।"
BJP मंत्री ने कहा कि पीएम मोदी ने अपने भाषणों में कांग्रेस को मुख्य लक्ष्य बनाया है, क्योंकि पार्टी का लक्ष्य साफ था - कांग्रेस को खत्म करना।
केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू ने News18 को बताया, “PM मोदी ने जो कहा है, वही देश के लोग भी कह रहे हैं। कांग्रेस पार्टी और भी नीचे चली जाएगी, क्योंकि उनके राजकुमार (राहुल गांधी) न केवल अपनी पार्टी के लिए बल्कि देश के लिए एक आपदा हैं। वह एक ऐसा इंजन है, जो कभी चालू नहीं होता। लोगों ने उन्हें खारिज कर दिया है और उन्हें गंभीरता से नहीं लेते...जब संसद सत्र चल रहा है, तो वह नाटक कर रहे हैं।"
बीजेपी के वरिष्ठ नेता प्रकाश जावड़ेकर ने News18 से कहा, "मोदी 3.0 सरकार आनी ही है और ये सिर्फ मैं नहीं बल्कि देश में हर कोई कह रहा है, किसी से भी पूछ लें।"