Lok Sabha Elections 2024: बहुप्रतीक्षित लोकसभा 2024 चुनाव की तारीखों की घोषणा अगले सप्ताह होने की संभावना है। सूत्रों ने बताया कि चुनाव 2019 की तरह सात चरणों में हो सकते हैं और पहले चरण के लिए वोटिंग अप्रैल के दूसरे सप्ताह में हो सकता है। सूत्रों के हवाले से बताया कि भारतीय चुनाव आयोग (ECI) द्वारा 13 मार्च के बाद कभी भी लोकसभा चुनाव 2024 के कार्यक्रम की घोषणा करने की उम्मीद है। चुनाव आयोग की टीमें विभिन्न राज्यों की चुनाव तैयारियों का आकलन करने के लिए लगातार दौरे पर हैं। संभवत: 13 मार्च तक यह दौरा समाप्त हो जाएगा।
लोकसभा 2024 चुनाव की तारीखों की घोषणा 14 या 15 मार्च को होने की संभावना है। सूत्रों ने बताया कि चुनाव 2019 की तरह 7 चरणों में हो सकते हैं। पहले चरण के लिए मतदान अप्रैल के दूसरे सप्ताह में हो सकता है। 14 मार्च से आदर्श आचार संहिता लागू होने की संभावना है।
पिछले दो लोकसभा चुनावों में पीएम मोदी की अगुवाई वाली बीजेपी ने शानदार प्रदर्शन किया और अपने राष्ट्रीय प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस को निचले सदन में केवल दोहरे अंकों में समेट दिया। 2019 में हुए पिछले चुनाव में बीजेपी ने 303 सीटों के साथ दूसरी बार जीत हासिल की। पिछले बार चुनाव 7 चरणों में हुए थे। इस चुनाव में कांग्रेस केवल 52 सीटें जीतने में सफल रही। बीजेपी ने 2019 में 37.3% वोट हासिल करके अपने वोट शेयर में बड़ा उछाल देखा। 2014 और 2019 दोनों में बीजेपी अपने दम पर 543 सदस्यीय लोकसभा में बहुमत हासिल करने में सफल रही।
2014 में बीजेपी लोकसभा में 282 सीटें जीतकर सत्ता में आई थी। इसके गठबंधन NDA को 353 सीटें हासिल हुईं। कांग्रेस लोकसभा में केवल 44 सीटों पर सिमट गई, जो इतिहास में अब तक की सबसे कम सीट है। वोट शेयर के मामले में बीजेपी कुल वोटों का 31% हासिल करने में सफल रही, जबकि कांग्रेस ने कुल वोटों का 19.3% हासिल किया। इस बार पीएम मोदी ने अकेले बीजेपी के लिए 370 सीटों और NDA के लिए 400 सीटों का लक्ष्य रखा है।
13 मार्च को समाप्त हो जाएगा आयोग का दौरा
सूत्रों के हवाले से रिपोर्ट्स से पता चलता है कि चुनाव आयोग की टीमें आने वाले हफ्तों में पश्चिम बंगाल, बिहार, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश और अन्य राज्यों का दौरा करेंगी। इलेक्शन कमिशन की टीम 13 मार्च को जम्मू-कश्मीर का दौरा करेगा। चुनाव निकाय ने कहा कि लगभग 97 करोड़ भारतीय इस साल के लोकसभा चुनावों में मतदान करने के पात्र होंगे। मतदाताओं की यह संख्या 2019 से 6% अधिक है। आंध्र प्रदेश, ओडिशा, सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश सहित कई राज्यों में आने वाले महीनों में एक साथ लोकसभा और विधानसभा चुनाव होंगे।