Maharashtra Lok Sabha Elections 2024: महाराष्ट्र के पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे की अगुवाई वाली शिवसेना (UBT) ने आगामी लोकसभा चुनाव के लिए बुधवार (27 मार्च) को 17 उम्मीदवारों की अपनी पहली लिस्ट जारी कर दी। शिवसेना ने कहा कि वह राज्य की कुल सीटों में से 22 सीटों पर लोकसभा चुनाव लड़ेगी। हालांकि, इस ऐलान के बाद महाराष्ट्र में महा विकास आघाडी (MVA) के घटक दल कांग्रेस और शिवसेना-यूबीटी के बीच खींचतान शुरू हो गई है। पूर्व कांग्रेस सांसद संजय निरुपम ने बुधवार को मुंबई में शिवसेना की लिस्ट पर अपनी नाराजगी व्यक्त की।
कथित तौर पर दिग्गज कांग्रेस नेता संजय निरुपम शिवसेना (यूबीटी) द्वारा मुंबई उत्तर पश्चिम निर्वाचन क्षेत्र से अपने उम्मीदवार के रूप में अमोल कीर्तिकर का नाम घोषित करने से नाराज हैं। संजय निरुपम ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, "मैं कांग्रेस नेतृत्व के निर्णय लेने के लिए एक सप्ताह तक इंतजार करूंगा जिसके बाद मैं सभी विकल्पों के लिए तैयार हूं।"
उन्होंने कहा, "शिवसेना को अतिवादी रुख नहीं अपनाना चाहिए। इससे कांग्रेस को भारी नुकसान होगा। मैं कांग्रेस नेतृत्व का ध्यान आकर्षित करना चाहता हूं कि वे हस्तक्षेप करें। यदि नहीं तो पार्टी को बचाने के लिए गठबंधन तोड़ दें। शिवसेना के साथ गठबंधन का निर्णय कांग्रेस के लिए आत्मघाती साबित होगा।"
संजय निरुपम के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए शिवसेना यूबीटी सांसद अरविंद सावंत ने कहा, "वह (निरुपम) कौन हैं? मुझे नहीं पता। हमारी पार्टी में अनुशासन है। एक बार जब उद्धव ठाकरे इसकी (उम्मीदवारों के नाम) घोषणा कर देते हैं तो मामला खत्म हो जाता है।"
प्रकाश आंबेडकर ने MVA से किया किनारा
वंचित बहुजन आघाड़ी (VBA) के अध्यक्ष प्रकाश आंबेडकर ने बुधवार को महाराष्ट्र में आगामी लोकसभा चुनाव के लिए अपनी पार्टी के उम्मीदवारों के नाम का ऐलान करते हुए संकेत दिया कि उनकी पार्टी विपक्षी महा विकास आघाडी (MVA) के साथ गठजोड़ नहीं करेगी। आंबेडकर ने आरोप लगाया कि MVA के घटक दल-कांग्रेस, NCP (शरदचंद्र पवार) और शिवसेना (यूबीटी) वंशवादी राजनीति के प्रचार के लिए उनकी पार्टी का इस्तेमाल करने की कोशिश कर रहे हैं।
डॉ. बीआर आंबेडकर के पोते प्रकाश आंबेडकर ने पहले चरण के चुनाव के लिए अपनी पार्टी के आठ प्रत्याशियों के नाम घोषित किए जिनमें उन्होंने अकोला से अपनी उम्मीदवारी की घोषणा की। वीबीए ने भंडारा गोंदिया से संजय केवट, गढ़चिरौली से हितेश मडावी, चंद्रपुर से राजेश बेले, बुलढाणा से वसंत मागर, वर्धा से राजेंद्र सालुंखे, अमरावती से प्राक्जक्ता पिल्लेवार और यवतमाल-वाशिम से खेमसिंह पवार को मैदान में उतारा है।
आंबेडकर ने आरोप लगाया कि एमवीए के घटक दल मराठा कार्यकर्ता मनोज जरांगे से जुड़े पहलू पर विचार नहीं कर रहे। उन्होंने दावा किया कि जरांगे ने पहले चरण के चुनाव में वीबीए के उम्मीदवारों को समर्थन देने की घोषणा की है। आंबेडकर ने कहा कि पार्टी की प्रदेश समिति ने इस बारे में भी चर्चा की है कि अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी), मुस्लिम, जैन समुदायों से और समाज के गरीब तबकों से प्रत्याशी उतारे जाएंगे।