LokSabha Election 2024: लोकसभा चुनाव 2024 शुरू होने में कुछ ही दिन बाकी हैं। प्रत्याशियों की ओर से नामांकन भरना शुरू हो चुका है। राजनीतिक पार्टियां अपने-अपने समीकरण बिठा रही हैं। कहीं गठबंधन के साथ रणनीति को और ठोस बनाया जा रहा है, तो कहीं करारी मात देने के लिए तैयारी चल रही है। उत्तर प्रदेश की बात करें तो यहां भी सियासी सरगर्मी काफी तेज हो चुकी है। उत्तर प्रदेश में 80 लोकसभा सीटें हैं, जिनमें से एक शाहजहांपुर (SC) है। शाहजहांपुर (SC) लोकसभा सीट से वर्तमान में BJP (भारतीय जनता पार्टी) के अरुण कुमार सागर सांसद हैं। उन्हें 2019 के चुनाव में 688990 वोट मिले थे। उनके निकटतम प्रतिद्वंद्वी बसपा (Bahujan Samaj Party) के अमर चंद्र जौहर को 420572 वोट मिले थे। कांग्रेस के ब्रह्म स्वरूप सागर को 35,283 वोटों से संतोष करना पड़ा था।
शाहजहांपुर (SC) लोकसभा सीट पर इस बार चौथे चरण के तहत 13 मई 2024 को वोटिंग होगी। इस बार के प्रत्याशियों की बात करें तो बीजेपी ने एक बार फिर मौजूदा सांसद अरुण कुमार सागर पर भरोसा जताया है। 2019 के चुनाव में मंडल में सबसे बड़ी जीत अरुण सागर को ही मिली थी। वहीं कांग्रेस-समाजवादी पार्टी (SP) गठबंधन की ओर से बिल्डर से नेता बने SP के राजेश कश्यप को खड़ा किया गया है। शाहजहांपुर (SC) सीट पर यह पहला मौका होगा, जब I.N.D.I.A गठबंधन का हिस्सा होने की वजह से कांग्रेस का प्रत्याशी नहीं उतरेगा और कांग्रेस इस सीट से सपा प्रत्याशी का समर्थन करते दिखेगी।
बसपा ने रिटायर्ड प्रिंसिपल डॉ. दोदराम वर्मा को अपना प्रत्याशी बनाया है। वह प्रधानाचार्य परिषद के जिला महामंत्री भी रह चुके हैं। उत्तर प्रदेश की शाहजहांपुर लोकसभा सीट उन सीटों में शामिल है, जहां से बसपा का कभी खाता नहीं खुला। 2019 के लोकसभा चुनाव में बसपा और सपा में गठबंधन था। तब बसपा का उम्मीदवार शाहजहांपुर सीट से लड़ा था।
शाहजहांपुर लोकसभा सीट का इतिहास
शाहजहांपुर लोकसभा सीट की राजनीतिक पृष्ठभूमि की बात करें तो 1962 के लोकसभा चुनाव के दौरान यह संसदीय सीट अस्तित्व में आई। जिले में अब तक लोकसभा चुनाव में कांग्रेस का दबदबा रहा है। 1962 से लेकर अब तक यहां से 7 बार कांग्रेस जीती है। भाजपा 5 बार और सपा दो बार जीती है।
शुरुआती तीन चुनाव 1962, 1967, 1971 में कांग्रेस ने जीत हासिल की। 1977 में जनता दल का प्रत्याशी सांसद चुना गया। 1980 और 1984 में कांग्रेस ने वापसी की। 1989 और 1991 के चुनाव में बीजेपी ने जीत हासिल की। 1996 में सपा के कब्जे में सीट आई। 1998 में बीजेपी फिर यहां से जीत गई, लेकिन 1999 में कांग्रेस की वापसी हुई। 2004 के आम चुनाव में भी कांग्रेस जीती। फिर 2009 के लोकसभा चुनाव में शाहजहांपुर सीट सपा के खाते में गई। 2014 और 2019 के चुनाव में बीजेपी ने बाजी मारी। कांग्रेस के जितेंद्र प्रसाद शाहजहांपुर लोकसभा सीट से 3 बार सांसद बने।
2019 के चुनावों में शाहजहांपुर लोकसभा सीट के लिए मतदान प्रतिशत 56 प्रतिशत रहा था। कुल मतदाता 2114201 थे। इनमें से पुरुष मतदाताओं की संख्या 1158155 और महिला मतदाताओं की संख्या 955889 थी।
क्षेत्र में 6 विधानसभा सीट
शाहजहांपुर लोकसभा क्षेत्र के तहत 6 विधानसभा सीटें- कटरा, जलालाबाद, तिलहर, पुवायां (SC), शाहजहांपुर और ददरौल आती हैं। शाहजहांपुर जिले से सात जिलों की सीमाएं जुड़ती हैं- बरेली, लखीमपुर, पीलीभीत, सीतापुर, हरदोई, फर्रुखाबाद और बदायूं। लखनऊ से शाहजहांपुर की दूरी 174.8 किलोमीटर है।