टॉप 4 पर भरोसा, काम का इनाम और साथियों का सम्मान, इस फॉर्मूले के साथ मोदी 3.O सरकार में हुआ विभागों का बंटवारा
Modi 3.O Government: मोदी की अध्यक्षता में पहली कैबिनेट बैठक हुई, जिसमें उन्होंने नई सरकार के 100 दिनों का एजेंडा तैयार करने पर जोर दिया। बैठक के तुरंत बाद नए मंत्रियों को उनकी जिम्मेदारियां यानी विभाग सौंपे गए। निरंतरता, अनुभव और कुछ युवा चेहरों को ध्यान में रखते हुए पोर्टफोलियो जारी किए
Modi Government: इस फॉर्मूले के साथ मोदी 3.O सरकार में हुआ विभागों का बंटवारा
प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर अपने टॉप 4 साथियों पर विश्वास दिखाया है। ये वो चेहरे हैं, जिन्होंने पिछले कार्यकाल में उनकी सरकार चलाने में एक इंजन की तरह काम किया और अब उन्हें उसी का ईनाम भी मिला है। इसके साथ एक 'सच्ची गठबंधन' सरकार चलाने की दिशा में मोदी की पहली कोशिश NDA सहयोगियों का सम्मान करना भी है। रविवार को राष्ट्रपति भवन में प्रधानमंत्री के साथ शपथ लेने वाले 71 मंत्रियों के विभागों की लिस्ट में ये तीन मंत्र नजर आए।
इसके 24 घंटे बाद, मोदी की अध्यक्षता में पहली कैबिनेट बैठक हुई, जिसमें उन्होंने नई सरकार के 100 दिनों का एजेंडा तैयार करने पर जोर दिया। बैठक के तुरंत बाद नए मंत्रियों को उनकी जिम्मेदारियां यानी विभाग सौंपे गए। निरंतरता, अनुभव और कुछ युवा चेहरों को ध्यान में रखते हुए पोर्टफोलियो जारी किए।
केंद्रीय मंत्रिमंडल में शिवराज सिंह चौहान का आना और उन्हें ग्रामीण क्षेत्र के दो बड़े मंत्रालयों का प्रभार दिया जाना भी काफी अहम है। पीएम का मैसेज साफ था, विवाद से बचें और आगे बढ़ने के लिए प्रदर्शन करें, और अपनी विशेषज्ञता का ज्यादा से ज्यादा और अच्छा इस्तेमाल करें।
रायसीना हिल में मोदी ने चार चेहरों पर जताया भरोसा
मोदी ने रायसीना हिल पर उन सभी चार मंत्रियों को बरकरार रखने के लिए चुना है, जो सुरक्षा पर कैबिनेट समिति (CCS) का गठन करते हैं। भारत-चीन सीमा पर आमने-सामने टकराव को संभालने और डिफेंस इंपोर्ट बिल में कटौती के साथ-साथ डिफेंस एक्सपोर्ट को बढ़ाने के लिए 'मेक-इन-इंडिया' प्रयासों को आगे बढ़ाने के बाद भी राजनाथ सिंह रक्षा मंत्री के रूप में बने हुए हैं।
तीन नए आपराधिक कानून संशोधन विधेयकों और CAA को पारित करने के बाद अमित शाह गृह मंत्री के रूप में बने हुए हैं, जबकि एस जयशंकर विदेश मंत्री के रूप में भारतीय राजनयिक प्रयासों का नेतृत्व करने के लिए चुने गए हैं। मोदी ने महत्वपूर्ण वित्त मंत्रालय में एक और कार्यकाल के लिए सरकार की वरिष्ठ महिला चेहरे, निर्मला सीतारमण पर भी भरोसा जताया है। सीतारमण अगले महीने संसद में पूर्ण बजट पेश करेंगी।
बेहतर करने वालों को और जिम्मेदारी
जिन मंत्रियों ने मोदी 2.0 में अच्छा प्रदर्शन किया है और सरकार को चलाने वाले इंजन की तरह रहे हैं, उन्हें भी ईनाम से नवाजा गया है, और कुछ को अतिरिक्त जिम्मेदारियां दी गई हैं, क्योंकि प्रधानमंत्री का मानना है कि वे जिम्मेदारी का बोझ उठा सकते हैं।
2014 से भारत के सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ही हैं, जिन्हें उसी मंत्रालय में रिकॉर्ड तीसरा कार्यकाल मिला। गडकरी ने भारत के नेशनल हाईवे नेटवर्क में जबरदस्त बदलाव किया है और साथ ही भारत में ग्रीन वाहनों को अपनाने पर जोर दिया है।
मजेदार बात ये है कि नितिन गडकरी ने एक बार कहा था कि उन्होंने खासतौर से इसी मंत्रालय की मांग की थी। हालांकि, प्रधानमंत्री मोदी उन्हें रायसीना हिल पर कोई मंत्रालय देने के लिए तैयार थे।
अश्विनी वैष्णव को को रेलवे, इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्री अलावा सूचना और प्रसारण मंत्री की अतिरिक्त जिम्मेदारी दी है। वैष्णव अब लोगों तक अपना संदेश पहुंचाने के सरकार के प्रयासों का नेतृत्व करेंगे और साथ ही एयरवेज और IT क्षेत्र में अपने सफल प्रयासों को जारी रखेंगे।
नागरिक उड्डयन मंत्री रहे ज्योतिरादित्य सिंधिया को संचार मंत्रालय दिया गया है। ये जिम्मेदारी उन्हें ऐसे समय में दी गई है, जब सरकार 5G मोबाइल नेटवर्क को तेजी से देशभर में रोल-आउट करना चाहती है। सिंधिया को DoNER मंत्रालय का प्रभार भी मिला।
नई प्रतिभाओं का भी रखा गया ध्यान
पीएम ने केंद्रीय स्तर पर नई प्रतिभाओं को लाने का भी ध्यान रखा है, जैसे मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान, जिन्हें कृषि मंत्रालय और ग्रामीण विकास मंत्रालय दोनों का प्रभार मिला है।
चौहान ने मध्य प्रदेश में कृषि क्षेत्र में बड़ा बदलाव किया है और विधानसभा और लोकसभा चुनावों में राज्य को बीजेपी के हाथों में सौंप दिया है।
ये एक दुर्लभ मामला है, जहां कृषि और ग्रामीण विकास दोनों मंत्रालय एक ही मंत्री के पास चले गए हैं। चौहान पीएम आवास योजना के तहत भारत के गांवों में तीन करोड़ और घर बनाने के प्रयास का भी नेतृत्व करेंगे, जिसे केंद्रीय मंत्रिमंडल ने सोमवार को मोदी 3.0 के पहले निर्णय के रूप में मंजूरी दे दी।
हरियाणा के पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर को भी दो प्रमुख मंत्रालय, बिजली और आवास और शहरी मामले दिए गए हैं। इसी तरह, बीजेपी के गुजरात अध्यक्ष सीआर पाटिल ने जल शक्ति मंत्री के रूप में मंत्रिपरिषद में डेब्यू किया है - प्रधान मंत्री ने अगले साल तक देश के हर घर में पीने का पानी पहुंचाने के मकसद से अपनी महत्वाकांक्षी 'हर घर जल' योजना को आगे बढ़ाने के लिए पाटिल पर अपना विश्वास जताया है।
गठबंधन साथियों का सम्मान
इस बार केंद्र में ऐसी सरकार है, जो गठबंधन धर्म से बंधी हुई है। इसी को ध्यान में रखते हुए, नरेंद्र मोदी ने विभागों के मामले में सहयोगी दलों को 11 मंत्री पद देने और NCP के लिए एक को स्थगित रखने के बाद उचित सम्मान दिया है।
एचडी कुमारस्वामी और जितिन राम मांझी जैसे पूर्व मुख्यमंत्रियों के पास प्रतिष्ठित विभाग हैं - एचडी के लिए भारी उद्योग और इस्पात, और मांझी के लिए महत्वपूर्ण MSME पोर्टफोलियो। टीडीपी के राम मोहन नायडू को नागरिक उड्डयन मंत्रालय से नवाजा गया है, जो NDA के साथ अपनी पिछली पारी में TDP के पास था।
JDU के लल्लन सिंह को दो मंत्रालय दिए गए हैं - पंचायती राज और मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी। LJP के चिराग पासवान फूड प्रोसेसिंग विभाग के प्रभारी के साथ कैबिनेट मंत्री भी हैं, ये प्रभार पहले उनके दिवंगत पिता राम विलास पासवान के पास था।
हालांकि, शिवसेना अपने एकमात्र स्वतंत्र प्रभार मंत्री जाधव प्रतापराव गणपतराव को आयुष मंत्रालय और स्वास्थ्य मंत्रालय में एक जूनियर मंत्री पद मिलने से इतनी खुश नहीं होगी। RLD के जयंत चौधरी को महत्वपूर्ण कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय का स्वतंत्र प्रभार और शिक्षा मंत्रालय में एक जूनियर मंत्री बना दिया गया है।