आरएसएस नेता इंद्रेश कुमार ने लोकसभा चुनावों में बीजेपी के प्रदर्शन पर दिए अपने बयान पर सफाई पेश की है। उन्होंने कहा है कि लोकसभा चुनाव के नतीजे बताते हैं कि जिन्होंने भगवान राम का विरोध किया उनकी हार हुई है और जिन्होंने राम की महिमा स्थापित करने की कोशिश की उनकी जीत हुई है। इससे पहले 14 जून को कुमार ने कहा जयपुर के नजदीक एक कार्यक्रम में कहा था कि जिस पार्टी ने राम की भक्ति की लेकिन अहंकारी हो गई उसकी सीटें 241 रह गईं, लेकिन यह सबसे बड़ी पार्टी बनी। उनके इस बयान को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से जोड़कर देखा गया। इस बार लोकसभा चुनावों में बीजेपी को 241 सीटें मिली हैं।
एक दिन बाद बदले इंद्रेश कुमार के सुर
कुमार ने यह भी कहा था कि जिन्होंने राम में विश्वास नहीं था, उन्हें 234 पर रोक दिया गया। उनका मतलब इंडिया ब्लॉक से था। अब कुमार ने अपने पहले के बयान पर सफाई देते हुए कहा है, "देश का मूड अब पूरी तरह से स्पष्ट है। जिन लोगों ने राम का विरोध किया वे सत्ता में नहीं हैं। जिन लोगों ने राम के सम्मान को अपना लक्ष्य बनाया वे सत्ता में हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में तीसरी बार सरकार बनी है।"
ऑर्गेनाइजर में भी बीजेपी के प्रदर्शन पर उठाए गए सवाल
इससे पहले संघ के मुखपत्र माने जाने वाले 'ऑर्गेनाइजर' में प्रकाशित एक लेख में कहा गया था कि लोकसभा चुनावों के नतीजों के बाद बीजेपी कार्यकर्ताओं और कई नेताओं को अपने आत्मविश्वास पर ध्यान देना चाहिए। वे बुलबुले को देखकर खुश थे और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आभामंडल से चमक रहे थे।
कार्यकर्ताओं पर लोगों की आवाज नहीं सुनने के आरोप
ऑर्गेनाइजर में प्रकाशित लेख में यह भी कहा गया कि पार्टी के कार्यकर्ताओं ने सड़कों पर लोगों की आवाज नहीं सुनी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 400 पार का को जो लक्ष्य तय किया था वह फील्ड में मेहनत करने से हासिल होता है न कि सोशल मीडिया पर पोस्टर्स और सेल्फी शेयर करने से।
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बीजेपी को अपने दम पर सरकार बनाने लायक सीटें नहीं मिली
इस बार लोकसभा चुनावों में बीजेपी को अपने दम पर सरकार बनाने लायक सीटें नहीं मिली हैं। पार्टी को 241सीटें मिली हैं, जबकि सरकार बनाने के लिए 272 सीटों की जरूरत है। हालांकि, एनडीए को 293 सीटें मिली हैं, जो सरकार बनाने की तय न्यूनतम संख्या से काफी ज्यादा हैं। बीजेपी को उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल और राजस्थान में नुकसान उठाना पड़ा है।