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UP Lok Sabha Chunav: प्रतापगढ़ में राजा भैया की नाराजगी, BJP को पड़ेगी भारी? सपा-बसपा भी लगा रहीं पूरा जोर

UP Lok Sabha Election 2024: कुंडा के राजा रघुराज प्रताप सिंह के समर्थकों ने जब संगम लाल गुप्ता का विरोध शुरू किया, तो उन्होंने यह ब्रह्मास्त्र चलाया। यह कितना निशाने पर लगा है और कहीं घाटे का सौदा तो नहीं साबित होगा, ये तो समय ही बताएगा, लेकिन इस नए मुद्दे ने कई सवाल जरूर खड़े किए और चुनावी समीकरणों को बदला है

Brijesh Shuklaअपडेटेड May 22, 2024 पर 6:19 PM
UP Lok Sabha Chunav: प्रतापगढ़ में राजा भैया की नाराजगी, BJP को पड़ेगी भारी? सपा-बसपा भी लगा रहीं पूरा जोर
UP Lok Sabha Chunav: प्रतापगढ़ में राजा भैया की नाराजगी

प्रतापगढ़ लोकसभा सीट राजाओं का गढ़ रही है। कभी राजा दिनेश सिंह, जो इंदिरा गांधी के काफी विश्वासपात्र और नजदीकी थे, उनका यहां पर डंका बजता था। इस सीट से इसी राज परिवार की रत्ना सिंह भी जीतीं और सांसद बनीं। कुंडा के राजा रघुराज प्रताप सिंह का यहां काफी वर्चस्व है। इसी वर्चस्व से ऊब चुके और उनका समर्थन न मिलने से नाराज भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी संगम लाल गुप्ता ने एक जनसभा में रोते हुए कहा, "मैं तेली समाज से आता हूं, इसलिए चुनाव में मेरा विरोध हो रहा है। क्या कोई तेली सांसद नहीं बन सकता है। राजाओं के गढ़ में सिर्फ क्षत्रिय ही सांसद बन सकता है।" इस बयान के पीछे की कहानी अलग है।

कुंडा के राजा रघुराज प्रताप सिंह के समर्थकों ने जब संगम लाल गुप्ता का विरोध शुरू किया, तो उन्होंने यह ब्रह्मास्त्र चलाया। यह कितना निशाने पर लगा है और कहीं घाटे का सौदा तो नहीं साबित होगा, ये तो समय ही बताएगा, लेकिन इस नए मुद्दे ने कई सवाल जरूर खड़े किए और चुनावी समीकरणों को बदला है।

प्रतापगढ़ जीतने के लिए राजाओं का आशीर्वाद जरूरी

वास्तव में प्रतापगढ़ जीतने के लिए राजाओं का आशीर्वाद जरूर लेना पड़ता है। ऐसा माना जाता है कि इस बार संगम लाल गुप्ता को राजघराने का आशीर्वाद नहीं मिल रहा है। इससे वो परेशान हैं, लेकिन जानकार कहते हैं उनका यह बयान नुकसान का सौदा भी हो सकता है, क्योंकि इससे क्षत्रिय समाज नाराज हो सकता है और जो पहले उनके साथ जा रहा था, वो अब उनके खिलाफ जा सकता है।

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