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Lok Sabha Elections 2024: आंवला पर BJP का कब्जा चौथी बार भी रहेगा बरकरार या विपक्ष का बनेगा सांसद? जानें क्या सियासी समीकरण

UP Lok Sabha Elections 2024: आंवला उत्तर प्रदेश के 80 लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में से एक है। आंवला लोकसभा सीट पर लगातार 15 साल से भारतीय जनता पार्टी का कब्जा है। साल 1957 बनी आंवला लोकसभा सीट शुरूआत में कांग्रेस बाद में बीजेपी का गढ़ मानी जाती है

अपडेटेड Apr 29, 2024 पर 4:14 PM
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UP Polls 2024: आंवला लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र जनरल कैटेगरी की संसदीय सीट है

Lok Sabha Elections 2024: लोकसभा चुनाव 2024 का आगाज हो चुका है। आम चुनाव 7 चरणों में हो रहे हैं। सभी सीटों के लिए मतों की गिनती एक साथ 4 जून को होगी। 17वीं लोकसभा का कार्यकाल 16 जून 2024 को समाप्त होने वाला है। आम चुनाव 2019 में भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने 303 सीटों पर ऐतिहासिक जीत हासिल की थी, जबकि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) ने 353 सीटें जीती थीं। पीएम नरेंद्र मोदी लगातार दूसरी बार प्रधानमंत्री बने थे। इस कड़ी में हम आज उत्तर प्रदेश की आंवला (Aonla Parliament Constituency) लोकसभा की पड़ताल कर रहे हैं। आइए जानते हैं इस सीट पर क्या हैं जातीय और राजनीतिक समीकरण...।

आंवला में कब मतदान होगा?

चुनाव आयोग ने मार्च में आंवला लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र चुनाव 2024 के लिए मतदान की तारीख की घोषणा की थी। इलेक्शन शेड्यूल के मुताबिक, तीसरे चरण में 7 मई (मंगलवार) को मतदान होने वाला है।


रिजल्ट की तारीख

चुनाव आयोग ने 16 मार्च को आंवला लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र चुनाव 2024 के लिए मतगणना और परिणामों की घोषणा की तारीख का खुलासा किया था। 2024 लोकसभा चुनाव के परिणाम 4 जून को जारी किए जाएंगे।

प्रमुख उम्मीदवार

- बीजेपी (भारतीय जनता पार्टी) ने आंवला सीट से धर्मेन्द्र कश्यप को उम्मीदवार बनाया है।

समाजवादी पार्टी (SP) ने नीरज मौर्य को आंवला से टिकट दिया है.

- बहुजन समाज पार्टी (BSP) ने आबिद अली को प्रत्याशी बनाया है।

आंवला के राजनीतिक समीकरण

आंवला उत्तर प्रदेश के 80 लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में से एक है। आंवला लोकसभा सीट पर लगातार 15 साल से भारतीय जनता पार्टी का कब्जा है। साल 1957 बनी आंवला लोकसभा सीट शुरूआत में कांग्रेस बाद में बीजेपी का गढ़ मानी जाती है। बीजेपी के राजवीर सिंह 1989, 1991 और 1998 में जीत दर्ज की थी। इसके बाद 2009 में बीजेपी प्रत्याशी मेनका गांधी एवं 2014 में धमेंद्र कश्यप यहां से सांसद बने। 2019 के लोकसभा चुनाव में भी कश्यप एक बार फिर चुने गए। इससे पहले साल 1996 और 1999 में सपा प्रत्याशी के रूप कुंवर सर्वराज सिंह सांसद बने। 2004 में भी उन्होंने BJP-JDU गठबंधन में सीट जीती थी।

आंवला संसदीय क्षेत्र में कुल 5 विधानसभा सीट आंवला, बिथरीचैनपुर, फरीदपुर, बदायूं और शेखूपुर हैं। साल 1962 में यहां पहली बार लोकसभा के चुनाव हुए थे। हिंदू महासभा के ब्रिज लाल सिंह यहां के पहले सांसद थे। जैन मंदिर, बेगम मस्जिद, रामनगर किला, भीम गाडा यहां के प्रमुख पर्यटन स्थल हैं। बीजेपी इस बार यहां से चौथी बार जीत दर्ज करने की कोशिश करेगी। समाजवादी पार्टी (SP) ने आंवला लोकसभा सीट से नीरज मौर्य को चुनाव प्रत्याशी घोषित किया है। इस बार यूपी में कांग्रेस-सपा एक साथ मिलकर चुवाव लड़ रही हैं।

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जातीय समीकरण

- आंवला लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र जनरल कैटेगरी की संसदीय सीट है। इसमें बरेली और बदायूं जिले का कुछ हिस्सा भी शामिल है।

- आंवला लोकसभा क्षेत्र की साक्षरता दर 46.38% है।

- आंवला संसदीय सीट पर SC मतदाताओं की संख्या लगभग 276,488 है, जो 2011 की जनगणना के अनुसार लगभग 15.5% है।

- आंवला संसदीय सीट पर ग्रामीण मतदाताओं की संख्या लगभग 1,487,683 है, जो 2011 की जनगणना के अनुसार लगभग 83.4% है।

- यहां शहरी मतदाताओं की संख्या लगभग 296,109 है, जो 2011 की जनगणना के अनुसार लगभग 16.6% है।

- 2019 के संसदीय चुनाव के अनुसार आंवला संसद सीट के कुल मतदाताओं की संख्या 1783792 है।

- 2019 के संसदीय चुनाव के अनुसार आंवला संसदीय सीट के मतदान केंद्रों की संख्या 2038 है।

- 2019 के संसदीय चुनाव में आंवला संसदीय सीट पर 58.8% मतदाताओं ने मतदान किया था।

- 2017 यूपी विधानसभा चुनाव में आंवला संसदीय सीट पर 61.6% मतदाता हैं।

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