'पुश्तैनी सीटों से भी अब चुनाव लड़ने का आत्मविश्वास नहीं', अमेठी-रायबरेली में सस्पेंस पर अमित शाह का कांग्रेस पर पलटवार

Amit Shah Interview: उत्तर प्रदेश में कांग्रेस का प्रदेश नेतृत्व पहले ही केंद्रीय चुनाव समिति और पार्टी नेतृत्व से राहुल गांधी को अमेठी से और प्रियंका गांधी को रायबरेली संसदीय सीट से चुनाव मैदान में उतारने का आग्रह कर चुका है। CEC सदस्यों ने शनिवार को हुई बैठक के दौरान कांग्रेस की उत्तर प्रदेश इकाई के विचार का समर्थन किया था

अपडेटेड May 02, 2024 पर 2:20 PM
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UP Lok Sabha Elections 2024: उत्तर प्रदेश के अमेठी और रायबरेली से कांग्रेस उम्मीदवारों पर जारी सस्पेंस के बीच केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा है कि राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा जैसे कांग्रेस नेताओं में अपनी पुश्तैनी सीटों से भी चुनाव लड़ने का 'आत्मविश्वास' नहीं है। नेटवर्क18 के ग्रुप एडिटर-इन-चीफ राहुल जोशी को दिए एक इंटरव्यू में शाह ने उत्तर प्रदेश की दो सीटों अमेठी और रायबरेली के लिए अपने उम्मीदवारों का खुलासा नहीं करने के लिए कांग्रेस पर कटाक्ष किया। बता दें कि कांग्रेस की पुश्तैनी सीट मानी जाने वाली अमेठी-रायबरेली में नामांकन दाखिल करने की समय सीमा 3 मई को समाप्त होगी।

उन अटकलों के बारे में पूछे जाने पर कि राहुल गांधी और प्रियंका अमेठी-रायबरेली से लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेगे, इस पर शाह ने कहा कि "ये लोग अपना आत्मविश्वास खो चुके हैं"। उन्होंने कहा, "यह भ्रम आत्मविश्वास की कमी को दर्शाता है।"

शाह ने कहा, "उनमें अपनी पुश्तैनी सीट से भी लड़ने का आत्मविश्वास नहीं है। अगर वे लड़ना नहीं चाहते थे तो उन्होंने सीट पर फैसला इतने समय तक क्यों लटका रखा था? अगर उन्होंने यह सीट किसी कार्यकर्ता को दी होती तो। कम से कम वह कुछ सार्वजनिक पहुंच बना सकते थे।"


राहुल गांधी पर तीखा वार

इंटरव्यू के दौरान शाह ने राहुल गांधी पर कई निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस की कमान संभालने के बाद से उन्होंने अभूतपूर्व तरीके से राजनीति के स्तर को नीचे गिरा दिया है। कांग्रेस के दावों के बारे में पूछे जाने पर कि अगर बीजेपी सरकार 400 से अधिक सीटें जीतती है तो वह संविधान बदल देगी और ओबीसी, एससी, एसटी आरक्षण में बदलाव कर देगी। इस पर शाह ने कहा कि "झूठ बोलना" एक नियम है जिसका पालन राहुल गांधी करते हैं। उन्होंने कहा, "राहुल गांधी का एक नियम है झूठ बोलो, जोर से झूठ बोलो, बार-बार झूठ बोलो। और वह उस नियम का पालन कर रहे हैं।"

अमेठी-रायबरेली से चुनाव लड़ने पर सस्पेंस बरकरार

कांग्रेस के शीर्ष नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी अमेठी और रायबरेली लोकसभा सीट से चुनाव लड़ेंगे या नहीं, इसे लेकर संशय बरकरार है। अमेठी और रायबरेली गांधी-नेहरू परिवार के पारंपरिक क्षेत्र माने जाते हैं, क्योंकि इस परिवार के सदस्यों ने कई दशकों तक इन सीट का प्रतिनिधित्व किया है। सूत्रों ने कहा कि राहुल गांधी के रायबरेली से चुनाव लड़ने की संभावना है, लेकिन इस संबंध में गांधी परिवार द्वारा अंतिम फैसला लिया जाना अभी बाकी है।

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सूत्रों ने बताया कि प्रियंका गांधी भी रायबरेली सीट से चुनाव लड़ने की इच्छुक हैं, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी द्वारा कांग्रेस नेतृत्व के खिलाफ वंशवाद की राजनीति का मुद्दा उठाने के मद्देनजर राहुल गांधी इस विचार के पक्ष में नहीं हैं। सूत्रों ने बताया कि राहुल नहीं चाहते कि गांधी परिवार के तीनों सदस्य सांसद बनें। उन्होंने यह भी कहा कि दोनों सीटों पर उम्मीदवार के नामों पर चर्चा के लिए बुधवार को एक बैठक हुई थी, लेकिन कोई फैसला नहीं हुआ।

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सात चरणो में हो रहे आम चुनाव के पांचवें चरण में 20 मई को अमेठी और रायबरेली निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान होगा। राहुल गांधी पहले ही कह चुके हैं कि उन्हें अपनी पार्टी से जो भी आदेश मिलेगा, उसका वह पालन करेंगे। वर्ष 2004 से 2024 तक रायबरेली निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व सोनिया गांधी ने किया। उससे पहले सोनिया गांधी ने राजनीति में प्रवेश करने के बाद अमेठी लोकसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया था और 1999 में पहली बार चुनाव लड़ा था।

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