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क्या बीजेपी पर हमले की वजह से मायावती ने अपने भतीजे आकाश आनंद को किया बर्खास्त?

बीएसपी सुप्रीमो मायावती द्वारा अपने भतीजे आकाश आनंद को पार्टी के राष्ट्रीय को-ऑर्डिनेटर पद से हटाने पर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने हमला बोला है। यादव ने कहा कि मायावती ने भतीजे पर भारतीय जनता पार्टी के दबाव में कार्रवाई की है। हालाकि, अखिलेश के बयान पर मायावती ने भी तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की और कहा कि समाजवादी पार्टी के मुखिया को अपने परिवार के उन सदस्यों के बारे में चिंता करनी चाहिए, जो लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं

अपडेटेड May 09, 2024 पर 10:51 PM
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Loksabha Election: बीएसपी के एक सीनियर नेता का कहना था कि आकाश आनंद से मायावती की नाराजगी की कई वजहें हो सकती हैं

बीएसपी सुप्रीमो मायावती द्वारा अपने भतीजे आकाश आनंद को पार्टी के राष्ट्रीय को-ऑर्डिनेटर पद से हटाने पर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने हमला बोला है। यादव ने कहा कि मायावती ने भतीजे पर भारतीय जनता पार्टी के दबाव में कार्रवाई की है। हालाकि, अखिलेश के बयान पर मायावती ने भी तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की और कहा कि समाजवादी पार्टी के मुखिया को अपने परिवार के उन सदस्यों के बारे में चिंता करनी चाहिए, जो लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं। इसके बाद दूसरों पर टिप्पणी करनी चाहिए।

मायावती ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर कहा, 'अगर दलित विरोधी समाजवादी पार्टी बीएसपी संगठन में चल रहे घटनाक्रम को लेकर टिप्पणी नहीं करे, तो यह बेहतर होगा। इसके बाद समाजवादी पार्टी नेतृत्व को सिर्फ अपने परिवार और यादव उम्मीदवारों के बारे में चिंता करनी चाहिए, क्योंकि उनकी हालत खराब है।' तमाम आरोप-प्रत्यारोप के बीच आकाश आनंद ने सार्वजनिक तौर पर मायावती के फैसले का बचाव किया है। साथ ही, उन्होंने मायावती के निर्देशों का पालन करने और उनके समर्थन में खड़े होने की बात भी कही है।

आकाश आनंद की 28 अप्रैल की रैली के बाद मायावती ने जिस तरीके से उन्हें किनारे लगाया है, उससे इस बात को लेकर अटकलें तेज हो गई हैं कि क्या उन्होंने वाकई में बीजेपी को लेकर नरम रुख अपना रखा है। आनंद ने इस रैली में बीजेपी को 'आतंकवादियों की सरकार' बताया था। आनंद कई मौकों पर विपक्षी पार्टियों को भी निशाना बनाया, लेकिन बीजेपी को लेकर वह ज्यादा आक्रामक थे। बीते 6 अप्रैल को उन्होंने बीजेपी की आलोचना करते हुए यूपी सरकार को 'बुलडोजर की सरकार' बताया था। इसके बाद 24 अप्रैल को गोरखपुर में उन्होंने उत्तर प्रदेश को 'किडनैपिंग कैपिटल' करार दिया था।


बहुजन समाज पार्टी का नजरिया

बीएसपी के एक सीनियर नेता का कहना था कि मायावती की नाराजगी की कई वजहें हो सकती हैं। एक वजह मीडिया के साथ आकाश का संवाद हो सकती है, जिसके तहत उन्होंने मायावती से अनुमति लिए बगैर कई चैनलों को इंटरव्यू दिया। आकाश भले ही नेशनल कोऑर्डिनेटर थे, लेकिन उन्हें अपने सभी कदमों के बारे में मायावती को बताना था और उनसे अनुमति भी लेनी थी।

बीएसपी नेता ने नाम जाहिर नहीं किए जाने की शर्त पर बताया, ' यही वजह है कि पार्टी में कोई भी मीडिया से बातचीत नहीं करता। यहां तक कि मीडिया से बातचीत करने के लिए सतीश मिश्रा को भी अनुमति लेनी पड़ती है। पार्टी कोऑर्डिनेटर भी मीडिया से दूरी बनाकर चलते हैं।'

उनका कहना था कि आकाश पर कार्रवाई कर मायावती ने स्पष्ट संदेश दिया है कि पार्टी में उनसे बड़ा कोई भी नहीं है। उन्होंने कहा, ' अगर वह अपने भतीजे के खिलाफ कार्रवाई कर सकती हैं, तो वह किसी भी पार्टी के किसी भी अन्य शख्स पर भी शिकंजा कस सकती हैं।' बीएसपी नेताओं का कहना है कि आकाश ठीक काम कर रहे थे, लेकिन अपने अपरिपक्व रवैये की कीमत उन्हें चुकानी पड़ी। यहां तक कि अपनी ट्वीट में भी मायावती ने लिखा कि आकाश को इस्तीफा देने को कहा गया है और उन्हें जिम्मेदारी तब दी जाएगी, जब वह परिपक्व हो जाएंगे।

आकाश ने मायावती की तारीफ की

आकाश आनंद ने अपनी पोस्ट में मायावती को ऐसा नेता बताया है, जिन्होंने बहुजन समाज के लिए अपना जीवन कुर्बान कर दिया। उन्होंने ट्वीट कर कहा, 'आपका फैसला मुझे स्वीकार्य है।'

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