Lok Sabha Elections 2024: अगली लोकसभा के लिए चुनाव आखिरी चरण की तरफ बढ़ रहा है और सातवें चरण के लिए 1 जून को वोटिंग है। सातवें और आखिरी चरण में वाराणसी सीट पर भी मतदान होना है, जहां से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीसरी बार चुनाव लड़ रहे हैं। इस सीट से पीएम मोदी समेत सात उम्मीदवार मैदान में हैं। 36 उम्मीदवारों के नामांकन पत्र खारिज हो गए हैं। चुनाव आयोग की वेबसाइट के मुताबिक वाराणसी संसदीय सीट पर जांच के बाद 15 नॉमिनेशन पेपर्स स्वीकार किये गये हैं। कई प्रत्याशियों ने नॉमिनेशन पेपर्स के तीन और चार सेट दाखिल किये।
2014 के लोकसभा चुनाव में जब पीएम मोदी पहली बार इस सीट से चुनाव लड़े तो उनका मुकाबला 41 उम्मीदवारों से था। 2019 में पीएम के खिलाफ 26 उम्मीदवारों ने चुनाव लड़ा था। यहां इस बार पीएम मोदी के खिलाफ चुनावी मैदान में उतरे बाकी 6 कैंडिडेट्स के बारे में बताया जा रहा है।
अजय राय तीसरी बार वाराणसी सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। इससे पहले वर्ष 2014 और वर्ष 2019 के चुनावों में वह पीएम मोदी से हार गए थे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक वह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के 'कार्यकर्ता' रह चुके हैं और उन्हें भाजपा की छात्र शाखा अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) का संयोजक बनाया गया था। अजय राय 1996, 2002 और 2007 में वाराणसी की कोलासला सीट से बीजेपी के टिकट पर यूपी विधानसभा में पहुंचे थे। 2009 में लोकसभा टिकट नहीं मिलने के बाद उन्होंने भाजपा छोड़ दी थी।
Ather Jamal Lari (Bahujan Samaj Party)
वाराणसी के रहने वाले अतहर जमाल लारी पिछली सदी के 60 के दशक से ही समाजवादी राजनीति से जुड़े हुए हैं। हालांकि उन्होंने कभी चुनाव नहीं जीता। 1984 में लारी ने जनता पार्टी के टिकट पर वाराणसी लोकसभा सीट से चुनावी शुरुआत की थी और हार गए थे। 2004 में अतहर ने अपना दल से वाराणसी से लोकसभा चुनाव लड़ा था। 2022 के विधानसभा चुनाव में अतहर ने सपा का समर्थन किया, लेकिन चुनाव के बाद वह बसपा में शामिल हो गए।
Kolisetty Shiva Kumar (Yuga Thulasi Party)
कोलिसेट्टी शिव कुमार हैदराबाद के हैं। वह आंध्र प्रदेश में तिरुमला वेंकटेश्वरा मंदिर समेत कई मंदिरों को मैनेज करने वाले ट्रस्ट तिरुमला तिरुपति देवस्थानम् के बोर्ड मेंबर रह चुके हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक उन्होंने जीवन भर गाय संरक्षण पर काम किया है और हैदराबाद में तीन गौशालाओं के मालिक हैं, जिनमें 1,500 गायों को रखा गया है। हैदराबाद में शिव कुमार और युग तुलसी पार्टी भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) के साथ आमने-सामने हैं। युग तुलसी पार्टी ने आरोप लगाया है कि उसका चुनाव चिह्न बीआरएस से काफी मिलता-जुलता है।
Gagan Prakash Yadav, (Apna Dal, Kameravadi)
गगन प्रकाश यादव अपना दल (के) से चुनावी मैदान में हैं। अपना दल (के) की मुखिया विधायक पल्लवी पटेल हैं। कुछ दिन पहले एक सड़क दुर्घटना में अपने भाई को खोने के चलते गगन प्रकाश यादव का चुनावी अभियान थम गया।
Dinesh Kumar Yadav (Independent)
दिनेश कुमार वाराणसी के सिकरौल से तीन बार के पार्षद हैं। वह पिछले 15 वर्षों से राजनीति में सक्रिय हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक वाराणसी से नामांकन दाखिल करने तक वह भाजपा के साथ थे।
Sanjay Kumar Tiwari (Independent)
संजय कुमार तिवारी नई दिल्ली के एक सामाजिक कार्यकर्ता हैं जो श्रमिकों और श्रमिकों के कल्याण के लिए आंदोलनों का हिस्सा रह चुके हैं। चुनाव लड़ने के अपने फैसले पर उन्होंने कहा कि वह गांधीवादी दर्शन का पालन करते हैं और वाराणसी से चुनाव लड़ने का फैसला इसलिए किया क्योंकि वह पीएम मोदी के आलोचक हैं।