Loksabha Elections: उत्तर प्रदेश की अमेठी और रायबरेली लोकसभा सीट से कांग्रेस पार्टी का उम्मीदवार कौन होगा, इसे लेकर सस्पेंस बना हुआ है। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी शनिवार 27 अप्रैल को इस बारे में कुछ भी बोलने से इनकार दिया। असम के गुवाहाटी में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए खड़ग ने कहा, "आपको कुछ और दिनों तक इंतजार करना होगा... जब कार्यकारिणी की ओर से उम्मीदवारों के नाम मेरे पास आएंगे और मैं नोटिफिकेशन पर हस्ताक्षर करूंगा, तो इसकी घोषणा की जाएगी।"
बता दें कि अमेठी और रायबरेली दोनों सीटों को कांग्रेस पार्टी और नेहरू-गांधी परिवार का गढ़ माना जाता है। हालांकि पिछले लोकसभा चुनाव में बीजेपी की स्मृति ईरानी इस गढ़ में सेंध लगाने में कामयाब रही थीं और उन्होंने अमेठी से राहुल गांधी को चुनाव में हराया। रायबरेली सीट से सोनिया गांधी ने एक बार फिर झंडा लगाया है।
हालांकि सोनिया गांधी अब राज्यसभा में चली गई हैं। ऐसे में कांग्रेस को इस बार रायबरेली सीट पर उनकी जगह नया उम्मीदवार खोजना है। बीजेपी ने भी रायबरेली सीट पर अभी तक अपने उम्मीदवार के नाम का ऐलान नहीं किया है। ऐसा लग रहा है कि बीजेपी पहले कांग्रेस उम्मीदवार के नाम के आने का इंतजार कर रही है और उसके आधार पर वह रणनीति के तहत अपने उम्मीदवार उतारेगी।
इस बीच चर्चा है कि पिछले चुनाव में मिली हार के बावजूद राहुल गांधी इस बार भी अमेठी से चुनाव लड़ सकते हैं। वहीं रायबरेली से पार्टी प्रियंका गांधी को उम्मीदवार बना सकती है। राहुल ने साल 2004 में अमेठी से अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की थी और वह 2014 तक यहां से लगातर 3 बार सांसद बने थे। साल 2019 में उन्होंने दो जगहों से चुनाव लड़ा था- अमेठी और केरल की वायनाड लोकसभा सीट। राहुल गांधी इस चुनाव में 55 हजार वोटों के अंतर से स्मृति ईरानी से हार गए थे। हालांकि वायनाड से वह करीब 4 लाख वोटों के अंतर से जीतकर लोकसभा पहुंचने में कामयाब रहे।
वहीं रायबरेली की सीट सोनिया गांधी के राज्यसभा जाने से खाली हुई है। यह सीट 1960 से कांग्रेस पार्टी का गढ़ रही है। इंदिरा गांधी और फिरोज गांधी दोनों इस सीट का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। अटकलें हैं कि पार्टी इस बार प्रियंका गांधी को इस सीट से उम्मीदवार बना सकती है।
अमेठी और रायबरेली दोनों लोकसभा सीटों पर 20 मई को लोकसभा चुनाव के पांचवें चरण में मतदान होगा। उत्तर प्रदेश में 19 अप्रैल से 1 जून तक लोकसभा चुनाव के सभी सात चरणों में मतदान हो रहा है।
कांग्रेस ने अब तक 317 लोकसभा सीटों के लिए उम्मीदवारों की घोषणा कर चुकी है, लेकिन अमेठी और रायबरेली पर अभी तक कोई फैसला नहीं हुआ है। बता दें कि उत्तर प्रदेश में 'इंडिया' गठबंधन के तहत कांग्रेस और समाजवादी पार्टी मिलकर चुनाव लड़ रही हैं।