UP Loksabha Election 2024: उत्तर प्रदेश में चल रहे लोकसभा चुनावों (Lok Sabha Elections 2024) में, दूसरे चरण में संसदीय सीटों के लिए कई बड़े अमीर उम्मीदवार मैदान में हैं, जिससे पैसे और राजनीति के बीच सांठगांठ को लेकर एक चिंता बढ़ जाती है। इस चरण में उत्तर प्रदेश की आठ सीटों पर चुनाव होना है। ये सीट हैं- अमरोहा, मेरठ, बागपत, गाजियाबाद, गौतमबुद्ध नगर, बुलन्दशहर, अलीगढ़ और मथुरा, जहां से 42 करोड़पति उम्मीदवार चुनावी मैदान में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं।
उत्तर प्रदेश इलेक्शन वॉच और एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (ADR) की तरफ से जुटाए गए डेटा ने काफी कुछ पता चलता है। चुनाव लड़ रहे 91 उम्मीदवारों में से 46 प्रतिशत की पहचान करोड़पति के रूप में की गई है। इसके अलावा 18 उम्मीदवारों के खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं, जो कुल उम्मीदवारों का लगभग 20 प्रतिशत है।
हेमा मालिनी हैं सबसे अमीर
पैसे का असर आपराधिकता के दायरे से परे तक फैला हुआ है। कांग्रेस के तीन उम्मीदवारों को छोड़कर, प्रमुख दलों- BSP, BJP, SP, जय हिंद नेशनल पार्टी और समाज विकास क्रांति पार्टी के उम्मीदवार करोड़पति हैं।
मथुरा संसदीय क्षेत्र से लगातार तीसरी बार चुनाव लड़ रही भारतीय जनता पार्टी (BJP) की उम्मीदवार हेमा मालिनी (Hema Malini) ने लगभग 297 करोड़ रुपए की संपत्ति घोषित की है, जो पिछले 5 सालों में लगभग 15% बढ़ी है।
इसमें से 129 करोड़ रुपए की संपत्ति उनके नाम पर दर्ज है, जबकि 168 करोड़ रुपए की संपत्ति उनके पति धर्मेंद्र के नाम पर है।
हेमा मालिनी के अलावा ये भी हैं अमीर उम्मीदवार
2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान घोषित संपत्ति की तुलना से पता चलता है कि पिछले पांच सालों में हेमा की संपत्ति में 48 करोड़ रुपए की बढ़ोतरी हुई है, क्योंकि पिछले चुनाव के दौरान उन्होंने 249 करोड़ रुपए की संपत्ति घोषित की थी।
हेमा मालिनी के बाद अलीगढ़ से बीजेपी के सतीश कुमार गौतम हैं, जिनकी संपत्ति 16 करोड़ रुपए है, और मेरठ से BSP के देवव्रत त्यागी हैं, जिनकी संपत्ति लगभग 5 करोड़ रुपए है।
सभी राजनीतिक दलों में आपराधिक रिकॉर्ड वाले उम्मीदवारों की संख्या इस मुद्दे को और उजागर करती है। खासतौर से, बहुजन समाज पार्टी के आठ में से तीन, बीजेपी के सात में से दो और समाजवादी पार्टी के सभी चार उम्मीदवारों के खिलाफ आपराधिक मामले हैं।
इसी तरह, BSP के 25 प्रतिशत उम्मीदवार, BJP के 29 प्रतिशत उम्मीदवार और सपा और कांग्रेस दोनों के 50 प्रतिशत उम्मीदवारों पर गंभीर आपराधिक आरोप हैं।
इस लिस्ट में सबका ध्यान अपनी ओर खींचने वाले एक उम्मीदवार अमरपाल शर्मा हैं, जो समाजवादी पार्टी के टिकट पर बागपत से चुनाव लड़ रहे हैं, जिन पर कुल नौ आपराधिक मामले हैं।
इसके अलावा, उम्मीदवारों की शैक्षणिक योग्यता उनकी क्षमता पर भी सवाल उठाती है। 5वीं से 12वीं कक्षा तक की योग्यता रखते हुए, 36 प्रतिशत उम्मीदवारों ने अपनी 12वीं कक्षा भी पूरी नहीं की है।
इस बीच, 52 उम्मीदवार ग्रेजुएट लेवल की शिक्षा या उच्चतर शिक्षा का दावा करते हैं, जिनमें से कुछ के पास डिप्लोमा है, जबकि दो उम्मीदवार साक्षर हैं, और दो पूरी तरह से अनपढ़ हैं।