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'अमेरिका में तो सरकार ले लेती है 55% संपत्ति…', राहुल गांधी के करीबी सैम पित्रोदा ने किया भारत में विरासत टैक्स लगाने का समर्थन

Wealth Redistribution Debate: इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष सैम पित्रोदा ने विरासत की संपत्तियों पर टैक्स लगाने की वकालत की है। उन्होंने कहा कि अमेरिका में विरासत टैक्स लगाने के कानून मौजूद हैं। सैम ने कहा कि अमेरिका में कोई भी शख्स 45 फीसदी संपत्ति ही अपने बच्चों को ट्रांसफर कर सकता है। जबकि 55 प्रतिशत उसकी संपत्ति का हिस्सा सरकार ले लेती है

अपडेटेड Apr 24, 2024 पर 11:15 AM
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Wealth Redistribution Debate: बवाल बढ़ने के बाद सैम पित्रोदा ने बाद में सफाई दी

Wealth Redistribution Debate: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) लगातार अपने चुनावी जनसभा में मुख्य विपक्षी पार्टी के घोषणापत्र का जिक्र कर आरोप लगा रहे हैं कि कांग्रेस भारत के नागरिकों की संपत्ति को छीनकर गरीबों में बांट देगी। प्रधानमंत्री मोदी ने मंगलवार को एक रैली के दौरान कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि पार्टी ने अपने चुनावी घोषणापत्र में लोगों का धन छीनकर अपने 'खास' लोगों को बांटने की गहरी साजिश रची है। इस बीच अब राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के करीबी कांग्रेस नेता सैम पित्रोदा (Sam Pitroda) का एक बयान सुर्खियों में आ गया है। उन्होंने अमेरिका का जिक्र करते हुए एक ऐसा बयान दे दिया है जो कांग्रेस के गले की फांस बन गई है।

दरअसल, इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष सैम पित्रोदा ने विरासत की संपत्तियों पर टैक्स लगाने की वकालत की है। उन्होंने कहा कि अमेरिका में विरासत टैक्स लगाने के कानून मौजूद हैं। सैम ने कहा कि अमेरिका में कोई भी शख्स 45 फीसदी संपत्ति ही अपने बच्चों को ट्रांसफर कर सकता है। जबकि 55 प्रतिशत उसकी संपत्ति का हिस्सा सरकार ले लेती है। पित्रोदा ने कहा कि आपने अपनी पीढ़ी के लिए संपत्ति बनाई है। उन्होंने कहा कि भारत में इस तरह का कानून नहीं है, लेकिन ऐसा नियम यहां भी बनना चाहिए।

सैम पित्रोदा ने न्यूज एजेंसी ANI से कहा, "अमेरिका में एक विरासत टैक्स है। यदि किसी के पास 100 मिलियन अमरिकी डालर की संपत्ति है और जब वह मर जाता है तो वह केवल 45 प्रतिशत ही अपने बच्चों को ट्रांसफर कर सकता है, बाकी के 55 प्रतिशत सरकार द्वारा हड़प लिया जाता है। यह एक दिलचस्प कानून है। इसमें कहा गया है कि आपने अपनी पीढ़ी में संपत्ति बनाई और अब जा रहे हैं। आपको अपनी संपत्ति जनता के लिए छोड़नी चाहिए, पूरी नहीं, आधी, जो मुझे उचित लगता है।"


बाद में दी सफाई

बवाल बढ़ने के बाद सैम पित्रोदा ने बाद में सफाई दी। उन्होंने एक पोस्ट में कहा, "किसने कहा कि 55% छीन लिया जाएगा? किसने कहा कि भारत में ऐसा कुछ होना चाहिए? बीजेपी और मीडिया क्यों घबराई हुई है?" उन्होंने एक अन्य पोस्ट में कहा, "मैंने टीवी पर अपनी सामान्य बातचीत में केवल एक उदाहरण के तौर पर अमेरिका में अमेरिकी विरासत कर का उल्लेख किया था। क्या मैं तथ्यों का उल्लेख नहीं कर सकता? मैंने कहा कि ये ऐसे मुद्दे हैं जिन पर लोगों को चर्चा और बहस करनी होगी। इसका कांग्रेस समेत किसी भी पार्टी की नीति से कोई लेना-देना नहीं है।"

कांग्रेस ने बयान से किया किनारा

कांग्रेस महासचिव संचार प्रभारी जयराम रमेश ने ट्वीट किया, "सैम पित्रोदा मेरे सहित दुनिया भर में कई लोगों के लिए एक गुरु, मित्र, दार्शनिक और मार्गदर्शक रहे हैं... पित्रोदा उन मुद्दों पर स्वतंत्र रूप से अपनी राय व्यक्त करते हैं जिनके बारे में वे दृढ़ता से महसूस करते हैं। निश्चित रूप से, लोकतंत्र में एक व्यक्ति अपने व्यक्तिगत विचारों पर चर्चा करने, व्यक्त करने और बहस करने के लिए स्वतंत्र है। इसका मतलब यह नहीं है कि पित्रोदा के विचार हमेशा भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थिति को दर्शाते हैं। कई बार वे ऐसा नहीं करते। अब उनकी टिप्पणियों को सनसनीखेज बनाना और उन्हें संदर्भ से बाहर करना नरेंद्र मोदी के दुर्भावनापूर्ण और शरारती चुनाव अभियान से ध्यान हटाने का हताश प्रयास है; वह केवल झूठ पर आधारित है।"

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बीजेपी की प्रतिक्रिया

बीजेपी नेता और पार्टी के आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने बुधवार को इस टिप्पणी पर तीखी प्रतिक्रिया दी। X पर एक पोस्ट में उन्होंने लिखा, "कांग्रेस ने भारत को नष्ट करने का फैसला किया है। अब, सैम पित्रोदा संपत्ति के पुनर्वितरण के लिए 50% विरासत टैक्स की वकालत करते हैं। इसका मतलब है कि हम अपनी पूरी मेहनत के साथ जो कुछ भी कमाएंगे, उसका 50% ले लिया जाएगा। 50% के अलावा हम जो भी टैक्स चुकाते हैं, वह भी बढ़ जाएगा, अगर कांग्रेस जीतती है।"

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