Pawan Kalyan: कराटे में ब्लैक बेल्ट, फिल्मों में खुद ही करते हैं स्टंट, अब राजनीति आजमाएंगे हाथ, कौन हैं 'पावर स्टार' पवन कल्याण
Who is Pawan Kalyan: लोकप्रिय अभिनेता ने YSR कांग्रेस पार्टी (YSRCP) के वाईएस जगन मोहन रेड्डी को सत्ता से बाहर करने में बड़ी भूमिका निभाई। उन्हें TDP और BJP के बीच गठबंधन बनाने का श्रेय भी दिया जाता है। पवन कल्याण की जन सेना पार्टी (JSP) घोषणापत्र में कई वादे किए थे। उन्होंने एन चंद्रबाबू नायडू की तेलुगु देशम पार्टी (TDP) के साथ अपना घोषणापत्र जारी किया था
Pawan Kalyan: कराटे में ब्लैक बेल्ट, फिल्मों में खुद ही करते हैं स्टंट, अब राजनीति आजमाएंगे हाथ, कौन हैं 'पावर स्टार' पवन कल्याण
आंध्र प्रदेश को नई सरकार मिल गई है। तेलुगु देशम पार्टी (TDP) के अध्यक्ष एन चंद्रबाबू नायडू ने बुधवार (12 जून) को राज्य के मुख्यमंत्री का पद संभाला। TDP ने जन सेना पार्टी (JSP) और भारतीय जनता पार्टी (BJP) के साथ मिलकर लोकसभा चुनाव और दक्षिण राज्य के विधानसभा चुनाव में प्रचंड जीत हासिल की। जेएसपी अध्यक्ष कोनिडेला पवन कल्याण ने कथित तौर पर आंध्र प्रदेश के उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली है। लोकप्रिय अभिनेता ने YSR कांग्रेस पार्टी (YSRCP) के वाईएस जगन मोहन रेड्डी को सत्ता से बाहर करने में बड़ी भूमिका निभाई। उन्हें TDP और BJP के बीच गठबंधन बनाने का श्रेय भी दिया जाता है।
जन सेना पार्टी के प्रमुख कल्याण ने वाईएसआर कांग्रेस पार्टी की प्रतिद्वंद्वी वंगा गीता को 70,000 से ज्यादा वोटों से हराया। ये कल्याण की पहली राजनीतिक जीत है, जिससे संकेत मिलता है कि ये तो सिर्फ शुरुआत है।
'पावर स्टार' पवन कल्याण
एक लोकप्रिय तेलुगु एक्टर, पवन कल्याण (Pawan Kalyan) मेगास्टार के चिरंजीवी के छोटे भाई हैं। उन्होंने अपने एक्टिंग करियर की शुरुआत 1996 में फिल्म अक्कदा अम्मयी इक्कदा अब्बायी से की और तब से उन्होंने कई सफल फिल्मों में काम किया है।
India Today के मुताबिक, कल्याण के पास कराटे में ब्लैक बेल्ट है और वो अपनी फिल्मों में ज्यादातर स्टंट बिना बॉडी डबल के खुद ही करते हैं।
फिल्मी करियर
पवन कल्याण का असली नाम कोनिडेला कल्याण बाबू है, उन्होंने 1996 में 'अक्कड़ा अम्मायी इक्कदा अब्बायी' के साथ अभिनय की शुरुआत की। यह फिल्म आमिर खान की 'कयामत से कयामत' तक की आधिकारिक रीमेक थी। साल 1999 में डायरेक्टर ए करुणाकरण के साथ उनकी फिल्म, थोली प्रेमा ने तेलुगु में सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म के लिए राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार और उस साल छह नंदी पुरस्कार जीते।
55 साल के कल्याण एक्शन फिल्मों के लिए 'पावर स्टार' के नाम से मशहूर हैं। उन्होंने 2008 में अपने भाई चिरंजीवी की प्रजा राज्यम पार्टी (PRP) के साथ राजनीति में कदम रखा। हालांकि, पार्टी एक असफल प्रयोग साबित हुई और आखिरकार इसका कांग्रेस में विलय हो गया। वो प्रजा राज्यम पार्टी की युवा शाखा, युवराजयम के अध्यक्ष थे।
2014 में बनाई खुद की पार्टी
कल्याण ने PRP को ऊपर उठाने के लिए काफी काम किया और चुनाव में जीत की उम्मीद कर रहे थे, लेकिन अपने खराब स्वास्थ्य के कारण उन्होंने अपने राजनीतिक करियर पर ब्रेक लगा दिया था।
कल्याण ने 2014 अपनी खुद की राजनीतिक पार्टी- जन सेना के साथ राजनीति में वापसी की, लेकिन पार्टी ने उस साल चुनाव नहीं लड़ा। इसके बजाय, उन्होंने सत्ता में आए TDP-BJP गठबंधन को समर्थन दिया।
JSP ने 2019 में आंध्र में पहला विधानसभा और लोकसभा चुनाव अपने दम पर लड़ा। पार्टी को अपमानजनक हार का सामना करना पड़ा, यहां तक कि कल्याण दोनों विधानसभा सीट - विशाखापत्तनम के गजुवाका और पश्चिम गोदावरी के भीमावरम, से चुनाव हार गए। उनकी पार्टी एकमात्र रजोल (SC) विधानसभा क्षेत्र जीतने में कामयाब रही, लेकिन उसके विधायक बाद में YSR कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गए।
YSRCP के खिलाफ खोला मोर्चा
हालांकि, कल्याण ने चुनावी हार से हिम्मत नहीं हारी। उन्होंने अलग-अलग मुद्दों पर सत्तारूढ़ YSRCP और मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी के खिलाफ आवाज उठाई।
कल्याण ने 2022 में 'जन वाणी' लॉन्च की जिसमें, उन्होंने लोगों की शिकायतों को सुनने के लिए छोटी सार्वजनिक बैठकें कीं। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें, तो 2019 का चुनाव हारने के बावजूद 'वो अकेले ऐसे नेता थे, जिन्होंने सार्वजनिक मुद्दों के लिए लड़ने के लिए काम किया।'
Indian Express की रिपोर्ट के अनुसार, जब YSRC सरकार ने विशाखापत्तनम में ऐसी ही एक बैठक पर कार्रवाई की और जेएसपी कैडरों को गिरफ्तार किया, तो इस घटना ने TDP प्रमुख नायडू और पवन कल्याण को फिर से एक साथ लाने में मदद की।
TDP-BJP गठबंधन में निभाई अहम भूमिका
JSP के संस्थापक और अध्यक्ष, अमित शाह और जेपी नड्डा समेत बीजेपी नेताओं से भी संपर्क करते रहे, भले ही उन्हें कोई गर्मजोशीपूर्ण प्रतिक्रिया नहीं मिली।
हालांकि, कल्याण आखिरकार TDP, JSP और BJP के बीच गठबंधन बनाने में सफल रहे, जिन्होंने इस मार्च में चुनाव से पहले गठबंधन की घोषणा की थी।
पवन कल्याण की जन सेना पार्टी (JSP) घोषणापत्र में कई वादे किए थे। उन्होंने एन चंद्रबाबू नायडू की तेलुगु देशम पार्टी (TDP) के साथ अपना घोषणापत्र जारी किया था, जिसमें दोनों पार्टियों ने महिलाओं के लिए कई सुविधाएं देने का वादा किया। इनमें "18 से 59 साल की उम्र की महिलाओं को मुफ्त बस यात्रा और 1,500 रुपए की मासिक वित्तीय सहायता शामिल है।
उन्होंने हर साल हर परिवार को तीन मुफ्त गैस सिलेंडर देने का वादा किया। उन्होंने प्रति माह 3,000 रुपए बेरोजगारी भत्ता देने का भी वादा किया है। राजनीतिक दल ने अपनी 'थल्लिकी वंधनम' योजना के जरिए हर एक स्कूल जाने वाले छात्र को 15,000 रुपए देने का वादा किया। ये देखते हुए कि पिथापुरम एक कृषि क्षेत्र है, दोनों दल किसानों के लिए कई लाभकारी योजनाएं भी लेकर आए थे।