क्रिप्टोकरेंसी मार्केट में टॉप रैंकिंग रखने वाले बिटकॉइन में पिछले आठ में से छह वर्षों में सितंबर में गिरावट रही है। पिछले चार वर्षों में सितंबर में इसमें लॉस हुआ है। बिटकॉइन का इस बार सितंबर में क्या ट्रेंड रहेगा इसका ट्रेडर्स इंतजार कर रहे हैं। हालांकि, एक्सपर्ट्स का मानना है कि यह इस बार ट्रेंड को तोड़ेगा।
सितंबर में बिटकॉइन में गिरावट आने का कोई विशेष कारण नहीं है।
बिटकॉइन का प्राइस गुरुवार को लगभग दो सप्ताह में पहली बार 50,000 डॉलर के लेवल को पार कर गया।
दूसरी सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी Ether का प्राइस भी 6.3 प्रतिशत बढ़कर लगभग 3,754 डॉलर पर था।
बिटकॉइन का 42,000 डॉलर पर मजबूत सपोर्ट है और इसे और बढ़ने के लिए 51,000 डॉलर के ऊपर रहना होगा। हालांकि, बिटकॉइन के लिए इससे पहले भी 51,000 डॉलर के लेवल को पार करना मुश्किल रहा है।
अगर इसका प्राइस 46,500 डॉलर से नीचे आता है तो इसमें बड़ी गिरावट हो सकती है।
चीन में बिटकॉइन की माइनिंग और इसकी ट्रेडिंग पर सख्ती होने के बाद इसके प्राइसेज में कुछ महीने पहले काफी घटे थे।