इंडसइंड बैंक में अकाउंटिंग में गड़बड़ी का खेल आजकल से नहीं बल्कि पिछले 10 साल से चल रहा था। यह खुलासा बैंक के पूर्व चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर (CFO) और व्हिसलब्लोअर गोबिंद जैन ने किया है। पुलिस ने इसी सप्ताह जैन और डिप्टी सीईओ अरुण खुराना का बयान दर्ज किया था। इकोनॉमिक टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, गोबिंद जैन ने मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (EoW) के सामने दावा किया कि बैंक के डेरिवेटिव्स पोर्टफोलियो में अकाउंटिंग की गड़बड़ी साल 2015 से चली आ रही है। इसकी बारे में तत्कालीन बोर्ड, सीनियर मैनेजमेंट और पूर्व फाइनेंस हेड एसवी जरेगांवकर को जानकारी थी।