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Adani Power के इस प्लान पर बढ़ी खरीदारी, 7% से ज्यादा उछल गए शेयर

Adani Group News: अदाणी ग्रुप की पावर कंपनी अदाणी पावर (Adani Power) के शेयरों में आज शानदार तेजी दिख रही है। इनवेस्टर प्रेजेंटेशन के दौरान कंपनी ने ग्रोथ को लेकर जो ऐलान किए, उससे इसके शेयरों की खरीदारी बढ़ गई। इसके चलते आज इंट्रा-डे में बीएसई पर यह 7 फीसदी से अधिक उछल गया। मुनाफावसूली के चलते भाव में फिर सुस्ती आई लेकिन अभी भी यह काफी मजबूत स्थिति में है

अपडेटेड Aug 22, 2023 पर 3:50 PM
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Adani Power का लक्ष्य वित्त वर्ष 2029 तक अपने थर्मल जेनेरेशन कैपेसिटी को बढ़ाकर 21,110 मेगावॉट तक ले जाने का है।

Adani Group News: अदाणी ग्रुप की पावर कंपनी अदाणी पावर (Adani Power) के शेयरों में आज शानदार तेजी दिख रही है। इनवेस्टर प्रेजेंटेशन के दौरान कंपनी ने ग्रोथ को लेकर जो ऐलान किए, उससे इसके शेयरों की खरीदारी बढ़ गई। इसके चलते आज इंट्रा-डे में बीएसई पर यह 7 फीसदी से अधिक उछल गया। मुनाफावसूली के चलते भाव में फिर सुस्ती आई लेकिन अभी भी यह काफी मजबूत स्थिति में है। इसके शेयर दिन के आखिरी में आज बीएसई पर 6.88 फीसदी की तेजी के साथ 347.40 रुपये (Adani Power Share Price) पर बंद हुआ है। इंट्रा-डे में यह 350 रुपये तक पहुंच गया था।

Adani Power का क्या है प्लान

अदाणी पावर ने इनवेस्टर प्रेजेंटेशन में जो जानकारी दी, उसके मुताबिक इसका लक्ष्य वित्त वर्ष 2029 तक अपने थर्मल जेनेरेशन कैपेसिटी को बढ़ाकर 21,110 मेगावॉट तक ले जाने का है। इसमें 1100 मेगावॉट तो इनऑर्गेनिक रूट के जरिए बढ़ाई जाएगी। अदाणी पावर का अनुमान है कि नेट सीनियर डेट वित्त वर्ष में बढ़कर सालाना आधार पर 24,350 रुपये से बढ़कर 26,690 करोड़ रुपये हो जाएगा लेकिन इसका नेट EBITDA के मुकाबले यह 1.6 गुना से गिरकर 1.7 गुना पर आ जाएगा। कंपनी ने इसकी जानकारी 21 अगस्त को एक्सचेंज फाइलिंग में दी।


इस कंपनी ने खरीदे Adani Enterprises के शेयर, बढ़ गई प्रमोटर्स की हिस्सेदारी

एक साल के निचले स्तर से 159% उबर चुके हैं शेयर

अब शेयरों की बात करें तो पिछले साल 22 अगस्त 2022 को यानी ठीक एक साल पहले यह 432.80 रुपये की रिकॉर्ड हाई पर था। इसके बाद शेयरों पर दबाव बना लेकिन हिंडनबर्ग की रिपोर्ट ने इस पर और भारी दबाव बनाया जिसके चलते 28 फरवरी 2023 को यह एक साल के निचले स्तर 132.55 रुपये पर आ गया। इस प्रकार 6 महीने में यह 69 फीसदी से अधिक फिसल गया था। हालांकि इस निचले स्तर से अब तक यह 159 फीसदी उबर चुका है। जून तिमाही के शेयरहोल्डिंग पैटर्न के मुताबिक इसमें 74.97 फीसदी हिस्सेदारी प्रमोटर्स की है। FIIs (विदेशी संस्थागत निवेशकों( के पास इसके 11.95 फीसदी और DIIs (घरेलू संस्थागत निवेशकों) के पास 0.04 फीसदी शेयर हैं।

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