MSCI reviews Adani Group stocks : एमएससीआई (Morgan Stanley Capital International) ने गुरुवार, 9 फरवरी को कहा कि अडानी ग्रुप की सिक्योरिटीज के कुछ इनवेस्टर्स को अब फ्री फ्लोट (free float) के रूप में नामित नहीं किया जाना चाहिए। अब इस स्टेटस का रिव्यू किया जा रहा है। गुरुवार को ही इससे जुड़े बदलावों का ऐलान किया जाएगा। एमएससीआई ने अपने ऐलान में कहा कि एमएससीआई ग्लोबल इनवेस्टेबिल मार्केट इंडेक्स (GIMI) के लिए अडानी ग्रुप से जुड़ी कुछ खास सिक्योरिटीज की इलिजिबिलिटी और फ्री फ्लोट तय किए जाने को लेकर बाजार के प्रतिभागियों से कई तरह के फीडबैक मिले हैं।
MSCI ने बताई बदलाव की यह वजह
MSCI ने बताया कि फ्री फ्लोट का मतलब अंतर्राष्ट्रीय इनवेस्टर्स द्वारा पब्लिक इक्विटी मार्केट्स में खरीद के लिए उपलब्ध कुल शेयरों का अनुपात है। एमएससीआई ने इन सिक्योरिटीज के रिव्यू की वजह बताते हुए कहा कि कुछ इवेस्टर्स के वर्गीकरण को लेकर अनिश्चितता सामने आई है। इसलिए तय किया गया है कि इन्हें हमारी मेथडोलॉजी के तहत फ्री फ्लोट के रूप में नहीं माना जाना चाहिए।
MSCI India इंडेक्स में शामिल हैं अडानी ग्रुप के ये शेयर
MSCI India index में शामिल हैं ये शेयर- अडानी एंटरप्राइजेस (71 बेसिस प्वाइंट्स : 43 करोड़ डॉलर), अडानी पोर्ट्स (40 बेसिस प्वाइंट्स : 24 करोड़ डॉलर), अडानी टोटल गैस (55 बेसिस प्वाइंट्स : 33 करोड़ डॉलर), अडानी ग्रीन (37 बेसिस प्वाइंट्स : 22 करोड़ डॉलर), अडानी ट्रांसमिशन (48 बेसिस प्वाइंट्स : 29 करोड़ डॉलर), अडानी पावर (18 बेसिस प्वाइंट्स : 10 करोड़ डॉलर), अम्बुजा (32 बेसिस प्वाइंट्स : 19 करोड़ डॉलर) और एसीसी (21 बेसिस प्वाइंट्स : 12.5 करोड़ डॉलर)। अडानी विल्मर और एनडीटीवी इस इंडेक्स के पार्ट नहीं हैं।
इनके वेटेज में किसी भी प्रकार की गिरावट इन स्टॉक्स में और बिकवाली का संकेत होगा, क्योंकि इसके बाद एमएससीआई को बेंचमार्क के रूप में लेने वाले एक्सचेंज ट्रेडेड फंड्स और इंडेक्स फंड्स अपने पोर्टफोलियो में बदलाव करेंगे।
एक नोट में नुवामा रिसर्च के अभिलाष पगारिया ने कहा, “अगर उदाहरण के लिए मान लिया जाए कि एमएससीआई अडानी एंटरप्राइजेस का फ्री फ्लोट घटाकर 25 फीसदी कर देता है तो इसमें 43 करोड़ डॉलर का 25 फीसदी यानी 11 करोड़ डॉलर का आउटफ्लो देखने को मिलेगा।”
उन्होंने कहा कि एसीसी और अम्बुजा के फ्री फ्लोट को लेकर ज्यादा चिंता नहीं होनी चाहिए। इन दोनों कंपनियों को हाल में अडानी ग्रुप ने खरीदा था।
अमेरिकी शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च की 24 जनवरी को आई रिपोर्ट के बाद अडानी ग्रुप के शेयरों में तगड़ी बिकवाली देखने को मिली। इस रिपोर्ट में ग्रुप की कंपनियों के स्टॉक्स में हेराफेरी और भारी कर्ज का आरोप लगाया गया था।
117 अरब डॉलर तक कम हो गई थी अडानी ग्रुप की वैल्यू
एक समय भारी बिकवाली के चलते अडानी टोटल गैस (Adani Total Gas), अडानी एंटरप्राइजेस (Adani Enterprises), अडानी ट्रांसमिशन (Adani Transmission) और अडानी पोर्ट्स (Adani Ports) सहित अडानी ग्रुप की 10 कंपनियों की कुल मार्केट वैल्यू 117 अरब डॉलर घट गई थी। इसके चलते अडानी ग्रुप को अपने गिरवी शेयर छुड़ाने के लिए मजबूर होना पड़ गया था।