मॉर्गन स्टैनली की बुलिश रिपोर्ट के बाद REC और PFC में अच्छी तेजी देखने को मिल रही है। पावर फाइनेंस कंपनियों पर मॉर्गन स्टैनली की रिपोर्ट में कहा गया है कि वित्त वर्ष 2025-28 की अवधि में PFC और REC 12 फीसदी लोन CAGR हासिल कर सकते हैं। इस अवधि में PFC और REC की एवरेज ROE 17-19 फीसदी रह सकती है। ब्रोकरेज का कहना है कि वित्त वर्ष 2027 के 5-6x पर अनुमानित P/E पर लो मिड-टीन लोन ग्रोथ संभव है। आगे 3.8-4.5 फीसदी डिविडेंड यील्ड बरकरार रह सकता है। इन कंपनियों की एसेट क्वालिटी स्टेबल और रिस्क-रिवॉर्ड बेहतर रह सकता है।