शुरू होने के 20 महीने बाद बेयर मार्केट खत्म होता दिख रहा है। मार्केट से जुड़े कई इंडिकेटर्स रिकवरी का संकेत दे रहे हैं। पिछले 10 हफ्तों में 8 बारे शेयरों में तेजी देखने को मिली है। पिछले 9 महीनों में शेयरों की वैल्यूएशन में करीब 10 लाख करोड़ डॉलर का इजाफा हुआ है। नौकरियों के नए मौकों, कंज्यूमर के खर्च और कंपनियों के नतीजों से पता चलता है कि निराशा का माहौल खत्म हो रहा है। अक्टूबर के अपने लो लेवल से S&P 500 27 फीसदी चढ़ चुका है। यह 4,796.56 प्वॉइंट्स के अपने ऑल टाइम से सिर्फ 5 फीसदी दूर रह गया है। इसने जनवरी 2022 में अपना ऑल-टाइम हाई बनाया था।
ज्यादातर सेक्टर तेजी में शामिल
अगर एसएंडपी 500 सितंबर तक फिर से अपने ऑल-टाइम हाई पर पहुंच जाता है तो उसकी फुल रिकवरी की रफ्तार पिछली 12 साइकिल्स के मुकाबले दोगुनी होगी। ब्लूमबर्ग के डेटा से यह जानकारी मिली है। तेजी की शुरुआत कुछ बड़े टेक्नोलॉजी स्टॉक्स से हुई थी। लेकिन, अब इसने दूसरे सेक्टर को भी अपने दायरे में ले लिया है। रिसेशन का डर खत्म होता दिख रहा है। बाजार की हालिया तेजी में स्मॉलकैप से लेकर एनर्जी और बैंकिंग शेयर बढ़चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं।
डाओ जोंस में लगातार 10 दिन तेजी
हालांकि, अब भी कुछ एक्सपर्ट्स इनवर्टेड यील्ड कर्व का हवाला दे रहे हैं। आम तौर पर इसका मतलब यह होता है कि इकोनॉमी अभी खतरे से बाहर नहीं है। लेकिन, स्टॉक मार्केट इससे अलग कहानी कह रहा है। हालिया संकेत ट्रांसपोर्ट्स और इंडस्ट्रियल स्टॉक्स में सिंक्रोनाइजेशन ब्रेकआउट से मिले हैं। डाओ जोंस इंडस्ट्रियल एवलेज में लगातार 10 दिन तेजी देखने को मिली। यह छह साल में तेजी का सबसे लंबा सिलसिला है। इसी तरह एयरलाइन, रेलरोड और ट्रकिंग कंपनियों के स्टॉक्स में लगातार चौथे हफ्ते उछाल देखने को मिला है।
दूसरे इंडिकेटर्स के संकेत भी पॉजिटिव
करीब एक सौ साल पुराने डाओ थ्योरी के पता चलता है कि आने वाले समय में इकोनॉमिक ग्रोथ के संकेत मिल रहे हैं। साथ ही बुलिश सेंटिमेंट के संकेत भी दिख रहे हैं। मार्केटफील्ड एसेट मैनेजमेंट के सीईओ माइकल शेयोल ने कहा कि मोमेंटम में खुद को स्ट्रेंथ देने की हैबिट होती है। इस बात से हमारा भरोसा बढ़ा है कि इस रैली में ज्याादतर इकोनॉमिकली सेंसेटिव सेक्टर्स भी शामिल हो चुके हैं। यील्ड कर्व की चेतावनी को नजरअंदाज सिर्फ इक्विटी नहीं कर रहे हैं बल्कि ऑयल भी अब फिर से तेजी दिखा रहा है। यह 75 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच गया है। क्रेडिट स्प्रेड्स गिरकर चार महीनों के निचले स्तर पर आ गया है।