सरकारी स्वामित्व वाली कंपनी भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (BPCL) के शेयरों की अगर प्राइस हिस्ट्री देखें, तो यह निवेशकों को कुछ खास मुनाफा देने वाली कंपनी नहीं लगती है। लेकिन अगर आप इसके बोनस शेयर के इतिहास को देखते हैं, तो पाते हैं कि यह सरकारी कंपनी अपने लंबी अवधि के निवेशकों के लिए मुनाफे का सौदा साबित हुई है।
पिछले 22 सालों में, BPCL के शेयर की कीमत 13.50 रुपये से बढ़कर 311.60 रुपये प्रति शेयर के स्तर पर पहुंच गई है। इस दौरान कंपनी ने 4 बार अपने निवेशकों को बोनस शेयर जारी किए हैं। जब हम इस बोनस शेयर के असर को जोड़ते हैं, हमें पता चलता है कि 22 साल पहले निवेश किए गए 1 लाख रुपये को इस कंपनी ने 2.77 करोड़ में बदल दिया है।
BPCL ने साल 2000 के बाद से अब तक चार मौकों पर बोनस शेयर दिए हैं- दिसंबर 2000, जुलाई 2012, जुलाई 2016 और जुलाई 2017। इसमें से दिसंबर 2000, जुलाई 2012 और जुलाई 2016 में कंपनी ने अपने शेयरधारकों को 1:1 के अनुपात में बोनस शेयरों जारी किए थे। जबकि जुलाई 2017 में इसने 1:2 के अनुपात में बोनस शेयरों का ऐलान किया था।
इस कंपनी की स्थापना 1952 में हुई थी और 1977 में इसका नाम बदलकर भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (BPLC) कर दिया गया था। यह देश में मिले नए क्रूड ऑयल के भंडार (बॉम्बे हाई) को प्रॉसेस करने वाली पहली रिफाइनरी के रूप में भी उभरी। BPCL पेट्रोलियम और पेट्रोल से जुड़े उत्पादों की खोज, उत्पादन और रिटेल बिक्री के कारोबार में लगी हुई है।
क्या आपको निवेश करना चाहिए?
घरेलू ब्रोकरेज फर्म ICICI सिक्योरिटीज ने भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन के स्टॉक को 358 रुपये के टारगेट प्राइस के साथ खरीदने की सलाह दी है। BPCL के शेयर आज एनएसई पर 311.00 रुपये के भाव पर बंद हुए। इस तरह ब्रोकरेज को कंपनी के शेयरों में मौजूदा बाजार भाव से करीब 15 फीसदी की तेजी आने की उम्मीद है। ब्रोकरेज ने इस टारगेट प्राइस के लिए 1 साल की समयसीमा दी है।
मौजूदा वित्त वर्ष की जून तिमाही में कंपनी का कंसॉलिडेटेड टोटल इनकम सालाना आधार पर 70.13 फीसदी बढ़कर 121411.07 करोड़ रुपये रहा था, जो इसके पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में 71365.44 करोड़ रुपये रहा था। वहीं तिमाही आधार पर कंसॉलिडेटेड टोटल इनकम में 15.98 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई थी।
कंपनी ने जून तिमाही में घाटा दर्ज किया था और इसका नेट लॉस बढ़कर 6,291 करोड़ रुपये पहुंच गया, जो इसके पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में 3,192.58 करोड़ रुपये रहा था।
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