Get App

Stocks on Broker's Radar: टाटा मोटर्स, डिवीज लैब्स, कोल इंडिया और इंडिगो पर आज ब्रोकरेज फर्मों ने लगाया दांव

TATA MOTORS पर सीएलएसए ने खरीदारी की रेटिंग दी है और इसके शेयर का लक्ष्य 841 रुपये तय किया है। अक्टूबर 2023 में जेएलआर ने रिटेल वॉल्यूम में सालाना 14.1% का सुधार किया है। इंग्लैंड और यूरोप के वॉल्यूम में सालाना आधार पर 65% और 29% की वृद्धि हुई है। जेएलआर के शुद्ध कर्ज में 30 करोड़ पाउंड की गिरावट आई है

Curated By: Sunil Guptaअपडेटेड Nov 22, 2023 पर 10:43 AM
Stocks on Broker's Radar: टाटा मोटर्स, डिवीज लैब्स, कोल इंडिया और इंडिगो पर आज ब्रोकरेज फर्मों ने लगाया दांव
COAL INDIA पर जेफरीज ने खरीदारी की रेटिंग दी है। उन्होंने कोल इंडिया के शेयर का लक्ष्य 334 रुपये/शेयर तय किया है

Stocks on Broker's Radar:  सीएनबीसी-आवाज़ निवेशकों के लिए रोजाना बड़े और दिग्गज ब्रोकरेज हाउसेज के निवेश टिप्स प्रस्तुत करते हैं। जिससे उनको शेयरों पर निवेश करने की सटीक सलाह प्राप्त हो सके और मुनाफा हो सके। इसके साथ ही ये भी बताते हैं इन शेयरों पर मुनाफा कमाने के लिए ब्रोकरेज हाउसेज ने क्या रणनीति अपनाई है। आज ब्रोकरेज फर्मों के रडार पर टाटा मोटर्स, डिवीज लैब, कोल इंडिया और इंडिगो के शेयर हैं। टाटा मोटर्स पर सीएलएसए ने बुलिश नजरिया अपनाया है। वहीं डिवीज लैब पर बर्नस्टीन ने अंडरपरफॉर्म रेटिंग दी है। कोल इंडिया पर जेफरीज ने खरीदारी करने की सलाह दी है। इंडिगो पर मॉर्गन स्टैनली ओवरवेट हैं।

CLSA ON TATA MOTORS

सीएलएसए ने टाटा मोटर्स पर खरीदारी की रेटिंग दी है। उन्होंने शेयर का लक्ष्य 841 रुपये तय किया है। जेएलआर ने अक्टूबर 2023 में रिटेल वॉल्यूम में सालाना 14.1% का सुधार किया है। इंग्लैंड और यूरोप के वॉल्यूम में सालाना आधार पर 65% और 29% की वृद्धि हुई है। JLR के 3QFY23 वॉल्यूम Q2 की तुलना में मामूली रूप से कम दिखाई दे रहे हैं लेकिन अच्छे लेवल पर हैं। कंपनी ने छूट बढ़ाई है लेकिन, लैंड रोवर पर उतनी छून नहीं दी है। जेएलआर के शुद्ध कर्ज में 30 करोड़ पाउंड की गिरावट आई है। जेएलआर वित्त वर्ष 2015 तक नेट कैश में बदल सकती है।

BERNSTEIN ON DIVI’S LABS

बर्नस्टीन ने डिवीज लैब पर अंडरपरफॉर्म रेटिंग दी है। इसके शेयर का लक्ष्य 3,064 रुपये तय किया है। वैश्विक प्रतिस्पर्धियों के क्रॉस-रीड की वजह से जेनरिक में निरंतर प्राइसिंग में दबाव दिख सकता है। जेनेरिक प्राइसिंग का दबाव बाकी के साल के लिए ऑर्डर फ्लो और मार्जिन पर असर डाल सकता है। कंपनी को लोअर आरएम और फ्रेट लागत से लाभ नहीं हुआ है। अगली कुछ तिमाहियों में दो नये सीएस प्रोजेक्ट्स को आगे बढ़ाने के लिए गाइडेंस किया है। यह माना जा रहा है कि बाजार का उत्साह अनुचित है।

सब समाचार

+ और भी पढ़ें