Credit Cards

3 PSU स्टॉक्स से ब्रोकरेज को है बड़ी उम्मीद, जल्द ही 19% तक की देख सकते हैं तेजी

Gail India नेचुरल गैस ट्रांसमिशन कंपनी है, कोल इंडिया कोयले का खनन करती है और NMDC (National Mineral Development Corporation), देश में लौह अयस्क यानि आयरन की सबसे बड़ी उत्पादक है। कोल इंडिया ने पूंजीगत व्यय पर फोकस किया है, जिससे उसके इवैक्यूएशन इंफ्रास्ट्रक्चर में सुधार होगा। मोतीलाल ओसवाल ने नए साल 2024 के लिए GAIL को अपने टॉप पिक्स में शामिल किया है

अपडेटेड Jan 08, 2024 पर 1:40 PM
Story continues below Advertisement

3 सरकारी कंपनियों के शेयरों को लेकर ब्रोकरेज बुलिश हैं। उनका मानना है कि ये स्टॉक कुछ ही वक्त के अंदर 19 प्रतिशत तक की बढ़त देख सकते हैं। जिन 3 कंपनियों की हम बात कर रहे हैं, उनमें से दो कंपनियां महारत्न स्टेटस वाली CPSE- Gail India और Coal India हैं। वहीं एक नवरत्न कंपनी NMDC है। Gail India नेचुरल गैस ट्रांसमिशन कंपनी है, कोल इंडिया कोयले का खनन करती है और NMDC (National Mineral Development Corporation), देश में लौह अयस्क यानि आयरन की सबसे बड़ी उत्पादक है। आइए जानते हैं कि इन कंपनियों के शेयरों के किस हाई तक जाने की ब्रोकरेज को उम्मीद है...

NMDC

ब्रोकेज फर्म Sharekhan ने इस स्टॉक के लिए 'बाय' कॉल को बरकरार रखने के साथ 245 रुपये का टार्गेट प्राइस सेट किया है। बीएसई पर शेयर का 5 जनवरी का बंद भाव 222.65 रुपये है। शेयरखान की रिसर्च रिपोर्ट में कहा गया है कि NMDC की ऑपरेशनल परफॉरमेंस मजबूत रही है। एफवाई24 के अप्रैल-दिसंबर में कंपनी का लौह अयस्क उत्पादन 18% की सालाना वृद्धि के साथ 31.8एमटी रहा। वहीं बिक्री 24% की सालाना वृद्धि के साथ 32एमटी रही। FY24 प्रोडक्शन गाइडेंस 47-49 mt (23-28% वर्ष-दर-वर्ष वृद्धि), हासिल किए जाने योग्य लक्ष्य लगता है। सितंबर-2023 से जनवरी-2024 के बीच लौह अयस्क गांठ/फाइंस की कीमत में 20%/26% की भारी बढ़ोतरी लौह अयस्क की अंतरराष्ट्रीय कीमतों में मजबूती को दर्शाती है। मूल्य वृद्धि का अधिकांश लाभ Q3FY24 में देखने को मिलेगा। वॉल्यूम वृद्धि (वर्ष-दर-वर्ष 21% अधिक) और बेहतर प्राप्तियों को देखते हुए Q3FY24 की आय मजबूत बनी रहेगी।


GAIL

ब्रोकरेज फर्म मोतीलाल ओसवाल ने नए साल 2024 के लिए GAIL को अपने टॉप पिक्स में शामिल किया है। ब्रोकरेज ने इस स्टॉक के लिए अपनी 'बाय' रेटिंग को बरकरार रखते हुए टार्गेट प्राइस बढ़ाकर ₹195 कर दिया है। बीएसई पर स्टॉक का 5 जनवरी को क्लोजिंग प्राइस 163.55 रुपये है। ब्रोकरेज ने इस कदम के पीछे कंपनी के रिटर्न ऑन इक्विटी (आरओई) और फ्री कैश फ्लो (एफसीएफ) में तेज सुधार के साथ-साथ मजबूत मुख्य आय का हवाला दिया है। वित्तीय वर्ष 2024-2026 में गेल के पूंजीगत व्यय में 64% की वृद्धि के बावजूद, मोतीलाल ओसवाल को उम्मीद है कि कंपनी वित्तीय वर्ष 2026 में ₹4,560 करोड़ का फ्री कैश फ्लो दर्ज करेगी। यह गेल गैस की एक वैकल्पिकता पर भी रोशनी डालता है, जो पेरेंट कंपनी के लिए ₹14.3 प्रति शेयर की वैल्यू अनलॉकिंग प्रदान कर सकता है।

नोट में कहा गया है कि बढ़ते ट्रांसमिशन वॉल्यूम और पेट्रोकेमिकल कारोबार में बदलाव से गेल के आरओई को वित्तीय वर्ष 2026 में लगभग 15% तक सुधरने में मदद मिल सकती है। वित्तीय वर्ष 2026 तक पेट्रोकेमिकल सेगेमेंट के ईबीआईटी स्तर पर लाभदायक होने की संभावना है। साल 2023 में गेल के शेयरों में 63% की मजबूती आई। गेल पर नजर रखने वाले 32 विश्लेषकों में से 25 ने 'बाय' रेटिंग की सिफारिश की है, चार ने स्टॉक 'होल्ड' करने की और तीन ने 'सेल' की रेटिंग दी है।

Australian Premium Solar IPO : 11 जनवरी को खुलेगा 28 करोड़ का आईपीओ, प्राइस बैंड समेत पूरी डिटेल

Coal India

मोतीलाल ओसवाल ने कोल इंडिया के शेयर के लिए 'बाय' कॉल को बरकरार रखते हुए नया टार्गेट प्राइस 430 रुपये प्रति शेयर सेट किया है। बीएसई पर शेयर का 5 जनवरी का क्लोजिंग प्राइस 384.35 रुपये है। ब्रोकरेज का मानना है कि कोल इंडिया भविष्य में विकास के अवसरों का लाभ उठाने के लिए अच्छी स्थिति में है। अपनी रिसर्च रिपोर्ट में मोतीलाल ओसवाल ने कहा कि 24x7 बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने के सरकार के मजबूत दबाव के बीच बिजली क्षेत्र में कोयले की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए, कोल इंडिया ने FSA (Fuel Supply Agreements) के माध्यम से लॉन्ग टर्म कमिटमेंट किया है। कोल इंडिया FY24 में 780mt (MOFSL अनुमान 751mt) और FY25 में 850mt (MOFSL अनुमान 821mt) के उत्पादन का लक्ष्य रख रही है। प्रदर्शन को बढ़ावा देने के लिए ई-नीलामी हाल के महीनों में बढ़ी है। कोल इंडिया कुल वॉल्यूम का 10% नीलामी-निर्धारित कीमतों के माध्यम से बेचती है। ब्रोकरेज को उम्मीद है कि कंपनी FY24, FY25 और FY26 में ई-नीलामी के माध्यम से क्रमश: 72mt, 76mt और 88mt वॉल्यूम की बिक्री करेगी।

कोल इंडिया ने पूंजीगत व्यय पर फोकस किया है, जिससे उसके इवैक्यूएशन इंफ्रास्ट्रक्चर में सुधार होगा। कैपेक्स FY20 तक 65-85 अरब रुपये के आसपास था, FY23 में तीन गुना बढ़कर 186 अरब रुपये हो गया। कंपनी ने FY24 में 165 अरब रुपये का पूंजीगत व्यय निर्धारित किया है, जो कंपनी को रेलवे कॉरिडोर, भूमि अधिग्रहण, HEMM खरीद, CHP की स्थापना आदि जैसे कई क्षेत्रों में इंफ्रास्ट्रक्चर विकसित करने में मदद करेगा।

Upcoming IPO : इस हफ्ते खुलेंगे 4 आईपीओ, 1 लिस्टिंग भी, जानिए तमाम डिटेल

हिंदी में शेयर बाजार स्टॉक मार्केट न्यूज़,  बिजनेस न्यूज़,  पर्सनल फाइनेंस और अन्य देश से जुड़ी खबरें सबसे पहले मनीकंट्रोल हिंदी पर पढ़ें. डेली मार्केट अपडेट के लिए Moneycontrol App  डाउनलोड करें।