Canarys Automations IPO Listing: आईटी सॉल्यूशन्स मुहैया कराने वाली कैनरिस ऑटोमेशन्स (Canarys Automations) के शेयरों की आज NSE के SME प्लेटफॉर्म पर शानदार एंट्री हुई। इस आईपीओ को निवेशकों का अच्छा रिस्पांस मिला था और ओवरऑल 9 गुना से अधिक सब्सक्राइब हुआ था। आईपीओ के तहत 31 रुपये के भाव पर शेयर जारी हुए थे। आज NSE SME पर इसकी 43.45 रुपये के भाव पर एंट्री हुई है यानी कि आईपीओ निवेशकों को 40 फीसदी का लिस्टिंग गेन (Canarys Listing Gain) मिला। हालांकि लिस्टिंग के बाद शेयर तेजी से नीचे गिर गए। फिसलकर यह 41.30 रुपये (Canarys Share Price) के लोअर सर्किट पर आ गए और इसी पर यह बंद भी हुआ यानी कि आईपीओ निवेशकों का मुनाफा 33 फीसदी रह गया है।
Canarys Automations IPO को कैसा मिला था रिस्पांस
कैनरिस ऑटोमेशन्स का 47.03 करोड़ रुपये का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 27 सितंबर-3 अक्टूबर के बीच खुला था। इस आईपीओ को निवेशकों का अच्छा रिस्पांस मिला था। ओवरऑल यह आईपीओ 9.94 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इसमें क्वालिफाईड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) का हिस्सा 2.73 गुना, नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) का हिस्सा 14.29 गुना और खुदरा निवेशकों का हिस्सा 11.70 गुना भरा था।
इस आईपीओ के तहत 2 रुपये की फेस वैल्यू वाले 1,51,72,000 नए शेयर जारी हुए हैं। नए शेयरों के जरिए जुटाए गए पैसों का इस्तेमाल डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन के डेवलपमेंट और वाटर रिसोर्सेज मैनेजमेंट की फंडिंग जरूरतों, मौजूदा फैसिलिटीज के विस्तार के साथ-साथ नया डिलीवरी सेंटर बनाने, वर्किंग कैपिटल की जरूरतों और आम कॉरपोरेट उद्देश्यों में होगा।
Canarys Automations के बारे में डिटेल्स
वर्ष 1991 में बनी कैनरिस ऑटोमेशन्स आईटी सॉल्यूशन्स मुहैया कराती है। इसके दो बिजनेस वर्टिकल हैं- टेक्नोलॉजी सॉल्यूशन्स और वाटर रिसोर्स मैनेजमेंट सॉल्यूशन। इसका कारोबार BFSI (बैंकिंग, फाइनेंशियल सर्विसेज और इंश्योरेंस), रिटेल, हेल्थकेयर, फार्मा, मैनुफैक्चरिंग और इंश्योरेंस इत्यादि में फैला हुआ है। इसने 1 हजार से अधिक ग्राहकों को बिजनेस एप्लीकेशन मुहैया कराया है। भारत के अलावा इसके ग्राहक अमेरिका, ब्रिटेन, कनाडा, जर्मनी, सिंगापुर, मलेशिया और ऑस्ट्रेलिया समेत 10 से अधिक देशों में है।
कंपनी के वित्तीय सेहत की बात करें तो यह लगातार मजबूत हो रही है। वित्त वर्ष 2021 में इसे 2.10 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा हुआ था जो वित्त वर्ष 2022 में बढ़कर 4.56 करोड़ रुपये और फिर वित्त वर्ष 2023 में उछलकर 8.53 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। इस दौरान कंपनी का रेवेन्यू भी तेजी से आगे बढ़ा है। वित्त वर्ष 2021 में इसका रेवेन्यू 25.78 करोड़ रुपये था जो वित्त वर्ष 2022 में बढ़कर 52 करोड़ रुपये और फिर वित्त वर्ष 2023 में 75.47 करोड़ रुपये पर पहुंच गया।