नए एनपीए (slippages) में कमी आने और असेट क्वालिटी में सुधार (एनपीए स्तर में गिरावट) के चलते वित्त वर्ष 2023 की पहली तिमाही में बैंकों और बीमा कंपनियों के शेयरों में तेजी देखने को मिल सकती है। ये बातें मोतीलाल ओसवाल के हेड रिसर्च इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज गौतम दुग्गड़ ने मनीकंट्रोल से हुई एक बातचीत में कही है।
