Daily Voice: में आगे यूएस फेड की तरफ से महंगाई पर नियंत्रण, बैंकिंग संकट से निपटने और तमाम दूसरी चुनौतियों से निपटने के लिए उठाए जाने वाले कठोर कदमों के प्रभाव से निपटने के लिए तैयार रहना चाहिए। लेकिन हमें पेनिक में भी आने की जरूरत नहीं है। ये बातें राइट रिसर्च की फाउंडर सोनम श्रीवास्तव ने मनीकंट्रोल के साथ हुई बातचीत में कही हैं। उन्होंने निवेशकों और ट्रेडरों को सलाह देते हुए कहा कि वो आगे बाजार में उठापटक के लिए कमर कस लें। आगे की स्थितियों से निपटने के लिए बाजार की पल-पल बदलती स्थितियों पर नजर रखें। पोर्टफोलियो में सोच-समझ कर एलोकेशन करें। उन्होंने आगे कहा कि 2023 हमारे लिए एक इकोनॉमिक थ्रिलर जैसा नजर आ रहा है।
सोनम ने बातचीत में आगे कहा कि इस समय हम मंदी की बढ़ती संभावना, रूस यूक्रेन युद्ध और बढ़ती महंगाई जैसी तमाम ग्लोबल चुनौतियों के दौर से गुजर रहे हैं। लेकिन अच्छी बात ये है कि साल 2008 के वित्तीय संकट के बाद दुनिया के फाइनेंशियल सिस्टम बहुत कुछ सीखा है। जिसके चलते उम्मीद है कि अमेरिका का बैंकिंग संकट बहुत बड़ा खतरा नहीं बन पाएगा।
MD और CEO के पद से राजेश गोपीनाथन के इस्तीफे के बाद TCS पर आपकी क्या राय है?
इस सवाल का जवाब देते हुए सोनम ने कहा कि TCS से गीपनाथन के इस्तीफे से बाजार में TCS के शेयरों को लेकर तत्काल प्रतिक्रिया देखने को मिल सकती है। लेकिन हमें यह ध्यान रखने की जरूरत है कि TCS के पास एक मजबूत बुनियाद और प्रबंधन क्षमता है। TCS का इतिहास एक मजबूत लीडरशिप और लगातार ग्रोथ बनाए रखने का है। इसके अलावा कंपनी के मजबूत बेंच स्ट्रेंथ और सांगठनिक ढांचे को देखते हुए लगता है कि इस घटना का निगेटिव इफेक्ट जल्द ही खत्म हो जाएगा। इसके अलावा TCS आईटी सर्विस सेक्टर में मार्केट लीडर और लीडिंग इनोवेटर के तौर पर पहचान रखती है। ऐसे में कंपनी का बड़ा और विविधतापूर्ण ग्राहक आधार और दुनिया भर के तमाम देशों में फैला इसका कारोबार, प्रबंधन में बदलाव जैसी छोटी घटना के निगेटिव असर से सुरक्षा प्रदान करेगी।
डिस्क्लेमर: मनीकंट्रोल.कॉम पर दिए गए विचार एक्सपर्ट के अपने निजी विचार होते हैं। वेबसाइट या मैनेजमेंट इसके लिए उत्तरदाई नहीं है। यूजर्स को मनी कंट्रोल की सलाह है कि कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले सर्टिफाइड एक्सपर्ट की सलाह लें।