Daily Voice: भारत और अमेरिका के बीच क्रिसमस से पहले ही कारोबारी सौदा होने से भारत की लॉन्ग-टर्म ग्रोथ को लेकर वैश्विक भरोसे की वापसी में मदद मिलेगी। ऐसा INVasset PMS के फंड मैनेजर और पार्टनर अनिरुद्ध गर्ग का का मानना है। उन्होंने मनीकंट्रोल से बातचीत में कहा कि महंगाई दर यानी इनफ्लेशन पर नियंत्रण, कंपनियों के कमाई के तेजी पकड़ने और रुपये की स्थिरता से इंस्टीट्यूशन कैपिटल के लिए एशिया में भारत आकर्षक जगह हो सकता है। इससे इस साल 2025 की आखिरी तिमाही मजबूत हो सकती है। गोल्ड की हालिया तेजी को लेकर भी उनका कहना है कि लॉन्ग टर्म निवेशकों को मुनाफावसूली करने की कोई जरूरत नहीं है क्योंकि किसी उतार-चढ़ाव की स्थिति में यह पोर्टफोलियो को संभालने के लिए भरोसेमंद एसेट है
