360 वन एसेट के सीईओ राघव अयंगर का मानना है कि फाइनेंशियल, कंज्यूमर डिस्क्रिशनरी और डिफेंस जैसे सेक्टरों में वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में अच्छी अर्निंग ग्रोथ देखने को मिलेगी। इसके अलावा उनको टेक्नोलॉजी कंपनियों विशेष रूप से सॉफ़्टवेयर और सेमीकंडक्टर से जुड़ी कंपनियों से भी मजबूत प्रदर्शन की उम्मीद दिख रही है।
बाजार को लेकर बुलिश रहने के बावजूद राघव का मानना है कि टैरिफ पर अमेरिका का रुख आगे के लिए बड़ा जोखिम बना हुआ है। इसको ध्यान में रखते हुए हमें सतर्क रहना चाहिए।
उन्होंने आगे कहा कि हालांकि बाजार में स्थिरता और तेजी कायम रहने के संकेत मिल रहे हैं। लेकिन यह ध्यान में रखना जरूर है कि बाजार तमाम ग्लोबल फैक्टरों,जैसे मैक्रो इकोनॉमिक स्थितियों, भू-राजनीतिक जोखिमों और केंद्रीय बैंकों की नीतियों से प्रभावित होता है।
बाजार के टाइम करना, उसका बॉटम तलाशना या इसके नीचे या ऊपर जाने की भविष्यवाणी करने की कोशिश करना एक निरर्थक प्रयास है। सबसे अच्छी रणनीति यह है कि लंबी अवधि के लिए निवेशित रहें और अपनी (SIP) को जारी रखें। मार्केट में शॉर्ट टर्म में आने वाले उतार-चढ़ाव तो होते ही रहेंगे। बाजार के उतार-चढ़ाव के दौरान निवेशित बने रहने का एक अनुशासित नजरिया आपके निवेश को समय के साथ वेल्थ क्रिएशन में बड़ी भूमिका निभाएगा।
क्या आपको लगता है कि इस आगे अमेरिकी टैरिफ बाजार के लिए कोई मायने नहीं रखेगा?
इसके जवाब में राघव अयंगर ने कहा कि अमेरिकी टैरिफ का बाजार पर असर होगा। टैरिफ के बारे में बनी अनिश्चितता भविष्य के बारे में चिंता का विषय है। यह देखना होगा कि 2 अप्रैल, 2025 को कौन से रिसीप्रोकल टैरिफ पेश किए जाएंगे और किन देशों पर इसका असर होगा। यह अनिश्चितता ग्लोबल आर्थिक अस्थिरता को बढ़ाने में योगदान कर रही है। इससे कुछ सेक्टरों पर निगेटिव असर पड़ सकता। इसलिए, टैरिफ पर अमेरिका के रुख पर नजर रखने की जरूरत है।
क्या आपको लगता है कि आरबीआई दरों में कटौती जारी रखेगा?
इस पर राघव अयंगर ने कहा कि उम्मीद है कि आरबीआई आगामी अप्रैल की बैठक में दरों में कटौती करेगा। कुल मिलाकर, वित्त वर्ष 2026 में दरों में 50-75 बेसिस प्वाइंट की और कटौती की उम्मीद है। राघव का मानना है कि मंहगाई में गिरावट और आर्थिक विकास में सुस्ती के कारण मौद्रिक नीतियों में नरमी की जरूरत है।
आकर्षक वैल्यूएशन को देखते हुए आप किन क्षेत्रों पर दांव लगाएंगे?
इस पर बात करते हुए राघव अयंगर ने कहा कि 360 ONE एसेट को ऐसे सेक्टरों की तलाश है जो अच्छे वैल्यूएशन पर दीर्घकालिक विकास की संभावना रखते हैं। इस समय बैंकिंग और NBFC सेक्टर मौजूदा वैल्यूएश पर बहुत अच्छे लग रहे हैं। आगे इनमें ग्रोथ की अच्छी उम्मीद है। शहरी मध्यम वर्ग के लिए बजटीय सहायता और वेतन आयोग से मिलने वाले सपोर्ट के दम पर गैरजरूरी और शौकिया खर्च से जुड़े शेयरों में तेजी की उम्मीद है। इसके अलावा ऑटो ईवी प्ले, मैन्युफैक्चरिंग और फार्मा CDMO (कॉन्ट्रैक्ट डेवलपमेंट मैन्युफैक्चरिंग ऑर्गनाइजेशन) जैसे सेक्टर ग्रोथ और वैल्यूएशन दोनों नजरिए से अच्छी स्थिति में हैं।
क्या आप खपत से जुड़े शेयर और केबल एवं वायर सेगमेंट पर दांव लगा रहे हैं? इसके जवाब में राघव अयंगर ने कहा कि
खपत से जुड़े शेयरों को कर में कटौती और ब्याज दरों में कटौती से फायदा मिल सकता है। इन उपायों से उपभोक्ताओं की खर्च करने योग्य आय में बढ़त हो सकती है, जिसका इन सेक्टरों की मांग पर सकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।
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