मुझे नहीं लगता कि इक्विटी बाजारों ने अधिकांश बुरी खबरों के असर को पचा लिया है। अगर मध्यम अवधि के नजरिए से देखे तो आईटी कंपनियों के वैल्यूएशन में काफी सेफ्टी मार्जिन है। ये बातें एमके इन्वेस्टमेंट मैनेजर्स के निदेशक और चीफ इन्वेस्टमेंट ऑफीसर मनीष सोंथालिया ने मनीकंट्रोल के साथ एक साक्षात्कार में कही हैं। उन्होंने कहा कि भू-राजनीतिक अनिश्चितताओं साथ बाज़ारों के सामने तीन बड़ी चुनौतियां हैं। यूक्रेन-रूस या इज़राइल-हमास जैसे संघर्षों में आगे क्या हो सकता है, कुछ नहीं कहा जा सकता। इसके अलावा महंगाई और कमोडिटी की कीमतों पर इसका असर भी बाजार के लिए एक बड़ा जोखिम है। इसके अलावा, इस समय भारत के लिए बाकी सब कुछ काफी अनुकूल है।