Dalal Street: इस हफ्ते स्टॉक्स खरीदने का है प्लान तो इन 10 फैक्टर्स पर रखें नजर, फायदे में रहेंगे

सैमको सिक्योरिटीज की हेड (इक्विटी रिसर्च) येशा शाह ने कहा, मौजूदा विधानसभा चुनावों, राजनीतिक अनिश्चितता और ग्लोबल टेंशन के चलते कुछ स्टैबिलिटी आने तक इनवेस्टर्स को साइडलाइन रहने की सलाह दी जाती है

अपडेटेड Feb 20, 2022 पर 11:35 PM
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यूक्रेन-रूस टेंशन और क्रूड की कीमतों में उछाल से बाजार में उतार-चढ़ाव जारी रह सकता है

Dalal Street Week Ahead : यूक्रेन और रूस में टेंशन और अमेरिका में बढ़ती महंगाई के बीच FII की लगातार बिकवाली और तेल की ऊंची कीमतों ने इनवेस्टर्स की चिंता बढ़ा दी है। इसके चलते 18 फरवरी को समाप्त लगातार दूसरे सप्ताह में बेंचमार्क इंडेक्स में गिरावट दर्ज की गई।

हालांकि, मंगलवार को भारी खरीदारी और उसके बाद के सेशंस में कंसॉलिडेशन के चलते कुछ नुकसान सीमित जरूर हुआ। बीएसई (BSE Sensex) में 320 अंकों और निफ्टी 50 (Nifty50) में 100 अंकों की गिरावट दर्ज की गई। आईटी को छोड़ दें तो कोई भी सेक्टर गिरावट से अछूता नहीं रहा। 4 फीसदी की गिरावट के साथ मेटल सेक्टर टॉप लूजर रहा।

एक्सपर्ट्स का मानना है कि यूक्रेन-रूस टेंशन, अगले हफ्ते फरवरी फ्यूचर और ऑप्शंस कांट्रैक्ट्स की एक्सपायरी और विधानसभा चुनावों के चलते उतार-चढ़ाव बना रहेगा।


सैमको सिक्योरिटीज की हेड (इक्विटी रिसर्च) येशा शाह कहती हैं, “मार्केट की चाल अगले हफ्ते ग्लोबल पीयर्स की तर्ज पर रहने की उम्मीद है। मार्केट रूस-यूक्रेन के बीच के हालात और इनफ्लेशन से जुड़े घटनाक्रम पर नजर रखेंगे। बाजार पर एनर्जी की कीमतों का भी असर दिख सकता है।”

अगले हफ्ते ये 10 अहम फैक्टर्स ट्रेडर्स को बिजी रखेंगे :

यूक्रेन-रूस गतिरोध

Ukraine-Russia Stand Off : वैश्विक स्तर पर इनवेस्टर्स और ट्रेडर्स यूक्रेन और रूस के बीच के हालात पर नजर रखे हुए हैं। एक्सपर्ट्स का मानना है, यदि टेंशन बढ़ती है तो  इक्विटी में कुछ बिकवाली हो सकती है और तेल की कीमतें बढ़ सकती हैं।

मीडिया रिपोर्ट्स से संकेत मिले हैं कि यूक्रेन पर हमले के लिए रूस ने सीमा पर अपने सैनिकों की संख्या बढ़ाई है। साथ ही अपनी ताकत दिखाने के लिए बैलिस्टिक और क्रूस मिसाइलों का प्रदर्शन किया है।

हालांकि, वैश्विक स्तर पर हर कोई इस स्थिति से बचना चाहता है, लेकिन सभी की नजरें रूस पर टिकी हुई हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन का मानना है कि आने वाले दिनों में रूस यूक्रेन पर हमला कर सकता है।

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तेल की कीमतें

Oil Prices : रूस और यूक्रेन के बीच की टेंशन के चलते क्रूड ऑयल लगातार 90 डॉलर प्रति बैरल से ऊपर बना हुआ है। स्पष्ट रूप से क्रूड भारत के लिए एक अहम फैक्टर है, क्योंकि वह अपनी तेल की 80-85 फीसदी जरूरतों के लिए आयात पर निर्भर है। एक्सपर्ट्स का मानना है कि टेंशन बढ़ने पर तेल 100 डॉलर के स्तर को पार कर सकता है, जिससे भारतीय बाजार में बिकवाली बढ़ सकती है।

सैंक्टम वैल्थ के हेड (इक्विटीज) हेमांग कपासी ने कहा, “जिओपॉलिटिक टेंशन के चलते अनिश्चितता और तेल की कीमतों में तेजी जारी रहेगी। फिर भी, हमारा मानना है कि सप्लाई से जुड़ी चुनौतियों के चलते भी तेल में मजबूती रहेगी। हाल फिलहाल तेल 60-70 डॉलर प्रति बैरल तक आसानी से नहीं आएगा।”

विधानसभा चुनाव

Assembly Polls : बाजार की मणिपुर, उत्तर प्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड और गोवा चुनाव पर पैनी नजर है। इन Assembly elections का रिजल्ट 10 मार्च को आएगा।

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एफआईआई की बिकवाली

FII Selling : यूक्रेन-रूस टेंशन और यूएस फेडरल रिजर्व (US Federal Reserve) के मार्च में ब्याज दरों में बढ़ोतरी की संभावना के चलते एफआईआई भारतीय इक्विटीज में लगातार बिकवाली कर रहे हैं, हालांकि डॉमेस्टिक इंस्टीट्यूशन इनवेस्टर्स इसकी भरपाई करने की कोशिश कर रहे हैं। एक्सपर्ट्स का मानना है कि कम से कम 2022 की पहली छमाही के दौरान एफआईआई की बिकवाली जारी रहेगी।

आईटीआई म्यूचुअल फंड के जॉर्ज हेबेर जोसफ ने कहा, “भारत मजबूत स्थिति में है, क्योंकि मुश्किल दौर के बाद भारत में अर्निंग साइकिल शुरू हो गया है। हमें कैलेंडर वर्ष 22 की दूसरी छमाही में एफआईआई की वापसी की उम्मीद है और कैलेंडर वर्ष 23 इस मामले में एक अच्छा साल हो सकता है।”

कोरोना वायरस

Coronavirus : कोविड की स्थिति नियंत्रण में है। केंद्र ने राज्यों अतिरिक्त प्रतिबंध हटाने का अनुरोध किया है। इससे आगे बाजार को सपोर्ट मिलने का अनुमान है।

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टेक्निकल व्यू

Technical View : निफ्टी50 ने डेली चार्ट्स पर स्माल बुलिश कैंडिल बनाए हैं और वीकली चार्ट पर स्पिनिंग टॉप जैसा पैटर्न दिख रहा है। इससे बाजार में भारी उतार-चढ़ाव का संकेत मिलता है।

एक्सपर्ट्स 17,000 के स्तर पर शुरुआती सपोर्ट और 17,500 पर रेजिस्टैंस के साथ उतार-चढ़ाव जारी रहने की उम्मीद है।

एचडीएफसी सिक्योरिटीज के टेक्निकल रिसर्च एनालिस्ट नागराज शेट्टी ने कहा, “निफ्टी के 17,500 के स्तर से ऊपर बने रहने में नाकाम रहने से गिरावट देखने को मिल सकती है और यह एक बार फिर से 16,840 का स्तर छू सकता है। 17,150 पर इसे तात्कालिक सपोर्ट हासिल है।”

एफएंडओ क्यूज

F&O Cues : फ्यूचर और ऑप्शंस की एक्सपारयरी अगले हफ्ते होनी है, जिससे उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है। एक्सपर्ट्स का मानना है कि 17,000-16,800 पर सपोर्ट है और 17,500-17,800 पर रेजिस्टैंस है।

इंडिया विक्स

India VIX :  एक्सपर्ट्स का मानना है कि यूक्रेन-रूस टेंशन और मंथली एक्सपायरी के चलते अगले हफ्ते वॉलेटिलिटी बढ़ने का अनुमान है, लेकिन मार्केट में कंसॉलिटेशन से अप्रत्याशित तेज उछाल दिखने के संकेत मिल रहे हैं।

India VIX साप्ताहिक आधार पर लगभग 19 फीसदी बढ़कर शुक्रवार को 22.16 पर पहुंच गया।

कॉरपोरेट एक्शन और इकोनॉमिक डाटा

आने वाले हफ्ते में होने वाले मुख्य कॉरपोरेट एक्शन इस प्रकार हैं :

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ग्लोबल डाटा प्वाइंट्स

आने वाले हफ्ते में होने वाले मुख्य ग्लोबल डाटा प्वाइंट्स इस प्रकार हैं :

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MoneyControl News

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First Published: Feb 20, 2022 11:32 PM

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