Dalal Street Week Ahead: इस हफ्ते कैसी रहेगी बाजार की चाल? FOMC मीटिंग, महंगाई के आंकड़ों, तेल कीमतों समेत इन 10 अहम फैक्टर्स से होगा तय
पिछले सप्ताह के दौरान BSE, NSE के साथ-साथ बैंक निफ्टी भी नई रिकॉर्ड ऊंचाई पर बंद हुआ। Nifty50, 702 अंक या 3.46 प्रतिशत बढ़कर 20,969 पर बंद हुआ, जो जुलाई 2022 के बाद सबसे बड़ी साप्ताहिक बढ़त है। BSE Sensex 2,344 अंक या 3.47 प्रतिशत बढ़कर 69,826 पर पहुंच गया। पिछले सप्ताह की शांति के बाद इस सप्ताह में प्राइमरी मार्केट में हलचल फिर तेज होने वाली है
गुजरे सप्ताह पहली बार निफ्टी 21,000 के मनोवैज्ञानिक स्तर तक पहुंच गया।
Dalal Street Week Ahead: 8 दिसंबर को समाप्त सप्ताह में इक्विटी बाजारों में शानदार तेजी रही। शेयर बाजार में पिछले 16 महीनों में सबसे बड़ी साप्ताहिक बढ़त दर्ज की गई और पहली बार निफ्टी 21,000 के मनोवैज्ञानिक स्तर तक पहुंच गया। राज्य चुनावों के अनुकूल परिणाम, सरकार की ओर से इंफ्रास्ट्रक्चर में अधिक निवेश का संकेत दे रहे हैं। इसके अलावा Q2FY24 के लिए उम्मीद से बेहतर जीडीपी ग्रोथ, पॉलिसी रेट्स को जस का तस रखा जाना, RBI द्वारा पूरे वर्ष की जीडीपी ग्रोथ के अनुमान में वृद्धि, पूरे वर्ष के महंगाई अनुमान को पहले के लेवल पर बरकरार रखा जाना, मुद्रास्फीति की चिंताओं के बावजूद ब्याज दरों में बढ़ोतरी का साइकिल खत्म होने की मजबूत उम्मीदों और तेल की स्थिर कीमतों ने बाजार की धारणा को बल दिया।
पिछले छह सप्ताहों में लगातार तेजी देखने के बाद आने वाले सप्ताह में बाजार में कुछ कंसोलिडेशन का अनुमान है। कौन से फैक्टर्स 11 दिसंबर से शुरू हो रहे सप्ताह में शेयर बाजारों की चाल तय करने में अहम भूमिका निभाएंगे, आइए जानते हैं...
US FOMC Meet
नए शुरू हो रहे सप्ताह में जिस चीज पर सबसे ज्यादा नजर रहेगी, वह है दो दिवसीय FOMC (Federal Open Market Committee) बैठक के परिणाम और 13 दिसंबर को फेडरल रिजर्व चेयरमैन जेरोम पॉवेल की टिप्पणी। अमेरिका में नौकरियों के उम्मीद से बेहतर आंकड़े और नवंबर में बेरोजगारी दर में गिरावट के बाद, ये दोनों ईवेंट अहम हो गए हैं। अधिकांश विशेषज्ञों को उम्मीद है कि फेड फंड दर 5.25-5.5 प्रतिशत पर अपरिवर्तित रहेगी। विशेषज्ञ, लगातार गिरती मुद्रास्फीति को देखते हुए दर में कटौती के साइकिल की शुरुआत के समय को लेकर संकेत के इंतजार में हैं। हालांकि अमेरिका में महंगाई अभी भी फेड के 2 प्रतिशत लक्ष्य से ऊपर है। कुछ विशेषज्ञों का अनुमान है कि दरों में कटौती पहली तिमाही के अंत या 2024 की दूसरी तिमाही की शुरुआत से शुरू हो सकती है। एफओएमसी दीर्घकालिक आर्थिक विकास अनुमानों और ब्याज दर अनुमानों पर अपना नोट भी जारी करेगी।
अमेरिकी मुद्रास्फीति
मार्केट पार्टिसिपेंट्स की नजर FOMC की बैठक के नतीजों से एक दिन पहले यानी 12 दिसंबर को जारी होने वाले अमेरिकी मुद्रास्फीति आंकड़ों पर भी रहेगी। विशेषज्ञों के अनुसार नवंबर में मुद्रास्फीति और मुख्य मुद्रास्फीति क्रमशः 3.2 प्रतिशत और 4 प्रतिशत पर स्थिर रहने की उम्मीद है।
वैश्विक आर्थिक डेटा
यूरोपीय सेंट्रल बैंक और बैंक ऑफ इंग्लैंड अगले सप्ताह 14 दिसंबर को ब्याज दर पर अपने फैसले की घोषणा करेंगे। यह दर 4.5 प्रतिशत और 5.25 प्रतिशत पर अपरिवर्तित रहने की उम्मीद है। इसके अलावा, दिसंबर के लिए मैन्युफैक्चरिंग और सर्विसेज पीएमआई का डेटा भी अमेरिका, यूरोप, जापान और यूके सहित प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं द्वारा जारी किया जाएगा। इन आंकड़ों पर भी मार्केट पार्टिसिपेंट्स की नजर रहेगी।
महंगाई आंकड़े
भारत की बात करें तो नवंबर के खुदरा महंगाई के आंकड़े 12 दिसंबर को जारी होंगे। विशेषज्ञों के अनुसार, उच्च खाद्य मुद्रास्फीति के कारण खुदरा महंगाई के नवंबर में लगभग 5.5-6 प्रतिशत तक बढ़ने की उम्मीद है, हालांकि मुख्य मुद्रास्फीति नवंबर में लगभग 4.3 प्रतिशत पर स्थिर रह सकती है। अक्टूबर में खुदरा महंगाई 4.9 प्रतिशत रही थी। 12 दिसंबर को ही औद्योगिक उत्पादन और मैन्युफैक्चरिंग के आंकड़े भी जारी किए जाएंगे, जिनके बढ़ने की विशेषज्ञों को उम्मीद है।
नवंबर के लिए थोक महंगाई के आंकड़े 14 दिसंबर को सामने आएंगे। वहीं जबकि 1 दिसंबर को समाप्त 15 दिनों की अवधि के लिए बैंक ऋण और जमा वृद्धि, 8 दिसंबर को समाप्त सप्ताह के लिए विदेशी मुद्रा भंडार और नवंबर के लिए व्यापार संतुलन डेटा 15 दिसंबर को जारी किया जाएगा।
विदेशी संस्थागत निवेशकों ने दिसंबर में जोरदार वापसी की और चालू माह में अब तक लगभग 10,900 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे। इसके अलावा पिछले महीने में 7,000 करोड़ रुपये से अधिक की खरीदारी की। एफआईआई का इनफ्लो उन कारकों में से एक है, जिन्होंने पिछले सप्ताह बाजार को नई ऊंचाई पर पहुंचने में मदद की। विशेषज्ञों को उम्मीद है कि तीन प्रमुख राज्यों के चुनावों में भाजपा की जीत, मजबूत आर्थिक विकास, तेल की गिरती कीमतों और अमेरिकी 10-वर्षीय ट्रेजरी यील्ड में गिरावट के बाद आर्थिक नीतियों में निरंतरता की बढ़ती संभावना को देखते हुए एफआईआई की ओर से निवेश जारी रहेगा। दूसरी ओर, घरेलू संस्थागत निवेशकों ने भी कैश सेगमेंट में 5,700 करोड़ रुपये से अधिक के शेयर खरीदकर बाजार को अच्छा सपोर्ट दिया।
तेल की कीमतें
बाजार को तेल की गिरती कीमतों से बड़ा सपोर्ट मिला क्योंकि तेल की कम कीमतें न केवल राजकोषीय चिंताओं को कम करती हैं, बल्कि कम इनपुट लागत देखने वाली कंपनियों की कमाई को भी बढ़ाती हैं। तेल की कीमतों के लिए अंतरराष्ट्रीय बेंचमार्क, ब्रेंट क्रूड वायदा पिछले सप्ताह 200-सप्ताह ईएमए (एक्सपोनेंशियल मूविंग एवरेज) को तोड़ने के बाद और ज्यादा गिरावट की ओर बढ़ गया। सप्ताह के दौरान कीमतें 3.85 प्रतिशत कम होकर 75.84 डॉलर प्रति बैरल पर आ गईं, हालांकि निचले स्तर पर कुछ खरीदारी देखी गई। 25 सितंबर को यह 96.55 डॉलर प्रति बैरल पर था। इसलिए बाजार सहभागियों की नजर तेल की कीमतों पर भी रहने वाली है।
IPO
पिछले सप्ताह की शांति के बाद इस सप्ताह में प्राइमरी मार्केट में हलचल फिर तेज होने वाली है। अगले हफ्ते मेनबोर्ड सेगमेंट में स्टेशनरी और आर्ट प्रोडक्ट्स मेकर डोम्स इंडस्ट्रीज और हाउसिंग फाइनेंस कंपनी इंडिया शेल्टर फाइनेंस कॉर्पोरेशन 13-15 दिसंबर के दौरान अपने 1200-1200 करोड़ रुपये के IPO ओपन करेंगे। SME सेगमेंट में, प्रेसस्टोनिक इंजीनियरिंग IPO 11-13 दिसंबर के दौरान और एसजे लॉजिस्टिक्स IPO 12-14 दिसंबर के दौरान खुला रहेगा। वहीं श्री ओएसएफएम ई-मोबिलिटी और सियाराम रीसाइक्लिंग इंडस्ट्रीज के इश्यू 14-18 दिसंबर के दौरान बोली लगाने के लिए ओपन रहेंगे। पहले से चल रहे IPO में एक्सेंट माइक्रोसेल का इश्यू 12 दिसंबर को क्लोज होगा। नए सप्ताह में शीतल यूनिवर्सल शेयर बाजारों में एंट्री करेगी। इसके अलावा Graphisads Limited और Accent Microcell Limited की भी शुरुआत हो सकती है।
टेक्निकल व्यू
पिछले सप्ताह निफ्टी50 के 21,000 के मार्क पर पहुंचने से बाजार की गति बहुत मजबूत दिख रही है। विशेषज्ञों को उम्मीद है कि रुझान सकारात्मक रहेगा। लेकिन हाल के दिनों में एकतरफा रैली को देखते हुए, उन्हें निफ्टी के 21,500-22,000 के स्तर की ओर बढ़ने से पहले आने वाले हफ्तों में कुछ कंसोलिडेशन आने का अनुमान है। 20,850 पर इमीडिएट सपोर्ट की उम्मीद है और 20,600-20,500 क्रूशियल सपोर्ट के रूप में कार्य कर सकता है।
ऑप्शंस डेटा ने संकेत दिया है कि निफ्टी का 21,000 मार्क, नजर रखने लायक महत्वपूर्ण स्तर है क्योंकि इसके ऊपर बंद होने से निफ्टी 21,500 की ओर बढ़ सकता है। इमीडिएट सपोर्ट 20,800 पर और क्रूशियल सपोर्ट 20,500 पर हो सकता है। मैक्सिमम वीकली कॉल ओपन इंट्रेस्ट को पहले 21,000 स्ट्राइक पर देखा गया, उसके बाद यह 21,500 और 22,000 स्ट्राइक पर दिखा। कॉल राइटिंग पहले 22,000 स्ट्राइक पर, फिर 21,500 और 21,000 स्ट्राइक पर दिखी। मैक्सिमम पुट ओपन इंट्रेस्ट पहले 20,900 स्ट्राइक पर, उसके बाद 20,000 और 20,800 स्ट्राइक पर देखा गया। पुट राइटिंग पहले 20,300 स्ट्राइक पर और फिर 20,500 स्ट्राइक पर देखी गई।
कॉरपोरेट एक्शन और अर्निंग्स
अगले सप्ताह के प्रमुख कॉरपोरेट एक्शंस इस तरह हैं...
Disclaimer: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना हेतु दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।