Data Patterns Shares: डेटा पैटर्न्स का इनीशियल पब्लिक ऑफर (IPO) दिसबंर 2021 में आया था। मनीकंट्रोल प्रो ने उस वक्त इस आईपीओ को लंबी अवधि के लिए सब्सक्राइब करने की सलाह दी थी। आईपीओ आने के बाद से अबतक, पिछले 2 सालों में डेटा पैटर्न्स का शेयर करीब चार गुना बढ़ चुका है। कंपनी के शेयरों में इस तेजी के पीछे इसकी मजबूत अर्निंग ग्रोथ, बढ़ता ऑर्डर बुक, क्षमता विस्तार और डिफेंस सेक्टर पर सरकार के हालिया जोर मुख्य वजह है। डेटा पैटर्न्स ने डिफेंस सेक्टर में अपनी मजबूत पकड़ बना ली है। कंपनी रडार, मिसाइल सबसिस्टम, लड़ाकू जेट आदि के लिए अहम इलेक्ट्रॉनिक्स पार्ट्स की सप्लाई करती है।
कंपनी की सबसे बड़ी ताकत इसका अनुभवी मैनेजमेंट, वैल्यू वाले प्रोडक्ट ऑफर करने पर फोकस और ऑर्गनाइजेशन के अंदर रिसर्च व इनोवेशन पर खासा जोर है। दिसंबर 2021 में आईपीओ के दौरान इसकी ऑर्डर बुक करीब 550 करोड़ रुपये थी। तब से इसमें भारी इजाफा हुआ है और यह अभी करीब 1,000 करोड़ रुपये के पास है। यह इसके सालाना रेवेन्यू से करीब दो गुना अधिक है।
यह अच्छी बात रही कि लागत और उसके असर को लेकर कोई बड़ी चिंता नहीं दिखी। वहीं दूसरी तरफ कंपनी की कारोबार से आय (कैश इन बुक) और अन्य स्रोतों से आय में करीब 6 गुना की बढ़ोतरी हुई है, जिससे इसे अपना शुद्ध मुनाफा सालाना आधार पर करीब 81 फीसदी बढ़ाने में मदद मिली।
कंपनी की अर्निंग को लेकर संभावनाएं
डेटा पैटर्न्स का ऑर्डर बुक और ऑर्डर इनफ्लो दोनों काफी मजबूत बना हुआ है। वित्त वर्ष 2024 की जून तिमाही में, कंपनी का ऑर्डर इनफ्लो सालाना आधार पर करीब 3 गुना बढ़कर 132.7 करोड़ रुपये रहा। कंपनी विभिन्न सेगमेंट के ग्राहकों को अपने प्रोडक्ट मुहैया करा अब एक बड़ी भूमिका निभा रही है और इस तरह घरेलू बाजार में डिफेंस से जुड़े मौकों के एक बड़े हिस्से को आकर्षित कर रही है। इसके अलावा क्षमता विस्तार का पूरा असर जल्द ही इसके रेवेन्यू और मार्जिन पर दिखाई देने की उम्मीद है।
डेटा पैटर्न्स के हालिया वित्तीय आंकड़ों को आप नीचे दिए चार्ट में देख सकते हैं-
डेटा पैटर्न्स के वित्त वर्ष 2026 तक के अर्निंग अनुमानों को आप नीच दिए चार्ट में देख सकते हैं-
कंपनी ऑर्डर डिलीवरी को तेज करने पर काम कर रही है। कंपनी ने अगले साल तक करीब 100 और इंजीनियरों को हायर करने की योजना बनाई है। कंपनी ने हाल ही में QIP के जरिए 500 करोड़ रुपये जुटाए हैं। इन पैसों का इस्तेमाल नए प्रोडक्ट्स और टेक्नोलॉजीज (जैसे सैटेलाइट टेक्नोलॉजी) के विकास पर होगा। इससे न केवल कंपनी को अपनी प्रतिद्वंदी कंपनियों पर बढ़त हासिल करने में मदद मिलेगी, बल्कि आने वाले सालों में इसे अपने स्केल को बढ़ाने में भी मदद मिलेगी। इन सबको देखते हुए कुल मिलाकर कमाई का अर्निंग आउटलुक मजबूत बना हुआ है।
पिछले एक महीने में कंपनी के शेयरों का भाव 2,500 रुपये के उच्च स्तर से घटकर 2,029 रुपये पर आ गया है। अब यह स्टॉक अपनी वित्त वर्ष 2025 की अनुमानित कमाई के करीब 40 गुना पर कारोबार कर रहा है। कंपनी की बिजनेस क्वालिटी, मैनजमेंट, डिफेंस इलेक्ट्रॉनिक्स सेगमेंट में मजबूत उपस्थिति, उच्च रिटर्न रेशियो, अच्छी ऑर्डर बुक और मजबूत अर्निंग आउटलुक को देखते हुए यह वैल्यूएशन वाजिब लगता है।