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Dividend Stocks: घाटे में हैं ये 22 कंपनियां, फिर भी डिविडेंड बांटने का किया ऐलान, समझें ये पूरा मामला

Dividend Stocks: वित्त वर्ष 2025 के दौरान 20 से भी अधिक ऐसी कंपनियां सामने आई है, जिन्होंने स्टैंडअलोन आधार पर घाटा झेलने के बावजूद अपने शेयरधारकों को डिविडेंड (लाभांश) देने का ऐलान किया है। दिलचस्प बात यह है कि इन कंपनियों में प्रमोटरों की हिस्सेदारी 33 से 75 प्रतिशत तक है। यानी कंपनी घाटे में रहने के बावजूद इन कंपनियों को प्रमोटरों को करोड़ों रुपये का डिविडेंड मिलने वाला है

Moneycontrol Hindi Newsअपडेटेड Jun 03, 2025 पर 6:24 PM
Dividend Stocks: घाटे में हैं ये 22 कंपनियां, फिर भी डिविडेंड बांटने का किया ऐलान, समझें ये पूरा मामला
Dividend Stocks: कई कंपनियों ने अपने सालाना घाटे से भी अधिक का डिविडेंड घोषित किया है

Dividend Stocks: डिविडेंड का अर्थ होता है लाभांश यानी लाभ का अंश। कंपनियां पूरे वित्त वर्ष के दौरान जो लाभ कमाती है, उसी का एक हिस्सा अपने शेयरधारकों को डिविडेंड के रूप में बांटती है। लेकिन वित्त वर्ष 2025 के दौरान 20 से भी अधिक ऐसी कंपनियां सामने आई है, जिन्होंने स्टैंडअलोन आधार पर घाटा झेलने के बावजूद अपने शेयरधारकों को डिविडेंड (लाभांश) देने का ऐलान किया है। दिलचस्प बात यह है कि इन कंपनियों में प्रमोटरों की हिस्सेदारी 33 से 75 प्रतिशत तक है। यानी कंपनी घाटे में रहने के बावजूद इन कंपनियों को प्रमोटरों को करोड़ों रुपये का डिविडेंड मिलने वाला है।

भारत का कंपनी लॉ कहते हैं कि डिविडेंड केवल चालू वर्ष के मुनाफे से दिया जा सकता है, लेकिन कुछ शर्तों में पिछले सालों के रिजर्व (जमा पूंजी) से भी डिविडेंड बांटा जा सकता है।

मनीकंट्रोल की एक एनालिसिस के मुताबिक, ऐसी कम से कम 22 कंपनियां हैं जिन्होंने स्टैंडअलोन नेट लॉस के बावजूद डिविडेंड घोषित किया है। इनमें से कई कंपनियों ने कंसोलिडेटेड स्तर पर मुनाफा दर्ज किया था क्योंकि उनकी सब्सिडियरी कंपनियों का प्रदर्शन अच्छा रहा था।

हालांकि कानून के मुताबिक डिविडेंड सिर्फ स्टैंडअलोन नतीजों के आधार पर ही घोषित किया जा सकता है। लेकिन चूंकि कुछ विशेष शर्तों में पिछले सालों के रिजर्व (जमा पूंजी) से भी डिविडेंड बांटा जा सकता है। ऐसे में कंपनियां इस नियम का लाभ उठाते हुए डिविडेंड बांट रही है।

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