Dixon Tech share price : EMS सेक्टर में कंपनियों की दिक्कतें कम नहीं हो रही हैं। केन्स, PGEL के बाद अब चर्चा में डिक्सन में है। दरअसल डिक्सन और चीन की मोबाइल कंपनी वीवो के ज्वाइंट वेंचर को मंजूरी मिलने में दिक्कत आ सकती है। इसको लेकर मॉर्गन स्टैनली ने भी एक नोट जारी किया है। डिक्सन पर मॉर्गन स्टैनली के इस नोट में कहा गया है कि JV को मंजूरी में देरी हुई तो डिक्सन की मुश्किल बढ़ेगी। इस देरी से 2027 के लिए डिक्सन के ग्रोथ अनुमान पर असर संभव है। ज्वाइंट वेंचर में 1.8 से दो करोड़ मोबाइल यूनिट बनने हैं। डिस्कन ने पहली तिमाही में करीब एक तिहाई मोबाइल फोन इसी JV से बनने का गाइडेंस दिया था।
