Forex Market : घरेलू शेयर बाजारों में तेज सुधार और अमेरिकी डॉलर के कमजोर होने से भारतीय रुपया 31 पैसे मजबूत हुआ। कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट से भी रुपये को सपोर्ट मिला। ट्रेड वॉर की अनिश्चितताओं के बीच अमेरिकी डॉलर तीन महीने के निचले स्तर पर आ गया है। उम्मीद है कि अमेरिकी डॉलर में कमजोरी और कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट के कारण रुपया थोड़ा सकारात्मक रुख के साथ कारोबार करेगा।
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के दिलीप परमार का कहना है कि भारतीय रुपया लगातार तीसरे दिन मजबूत हुआ। रुपया, इक्विटी में उछाल के कारण रीजनल करेंसियों में आए उछाल के साथ कदमताल कर रहा है। अमेरिकी ट्रेजरी यील्ड में गिरावट के कारण सेफ-हेवन डॉलर कमजोर हुआ है। घटती महंगाई और आर्थिक विकास को लेकर चिंताओं के कारण ब्याज दरों में कटौती की बढ़ती उम्मीदों ने रुपये को मजबूती दी है। निकट भविष्य में, USD/INR स्पॉट प्राइस को 86.42 पर सपोर्ट और 87.55 पर रेजिस्टेंस का सामना करना होगा।
मिरे एसेट शेयरखान में रिसर्च एनालिस्ट अनुज चौधरी का कहना है कि घरेलू शेयर बाजारों में तेज सुधार और अमेरिकी डॉलर के कमजोर होने से भारतीय रुपया 28 पैसे मजबूत हुआ। कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट से भी रुपये को सपोर्ट मिला। ट्रेड वॉर की अनिश्चितताओं के बीच अमेरिकी डॉलर तीन महीने के निचले स्तर पर आ गया है। उम्मीद है कि अमेरिकी डॉलर में कमजोरी और कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट के कारण रुपया थोड़ा सकारात्मक रुख के साथ कारोबार करेगा। घरेलू बाजारों में कोई भी लंबी रिकवरी भी रुपये को सहारा दे सकती है। हालांकि,एफआईआई की निकासी इसमें किसी तेज बढ़त को रोक सकती है। टैरिफ के मुद्दे पर अनिश्चितता रुपये पर और दबाव डाल सकती है।
ट्रेडर्स की नजर अमेरिका से आने वाले आईएसएम सर्विसेज पीएमआई और एडीपी नॉन फार्म एंप्लॉयमेंट डेटा पर रहेगी। USDINR स्पॉट प्राइस 86.75 रुपये से 87.20 रुपये के दायरे में कारोबार करता दिख सकता है।
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