ऑप्शन के नियमों में बदलाव से रेवेन्यू में 30-35 फीसदी तक की गिरावट आई है। ब्रोकिंग कारोबार की कमाई पीक पर पहुंच गई है। अब इसमें नई बढ़त के लिए इंडस्ट्री को डाइवर्सिफिकेशन करना होगा। ये बातें जेरोधा के को-फाउंडर नितिन कामत ने CNBC-आवाज़ के मैनेजिंग एडिटर अनुज सिंघल के साथ हुई एक्सक्लूसिव बातचीत में कही हैं। इस इंटरव्यू में नितिन कामत ने साफ किया है कि जेरोधा की फिलहाल IPO लाने की कोई योजना नहीं है। उन्होंने देश में और एक्सचेंजेज खोलने की भी वकालत की है। यहां हम आपके लिए इस इंटरव्यू का संपादित अंश दे रहे हैं।