Eicher Motors Share Price: रॉयल एनफील्ड (Royal Enfield) बनाने वाली आयशर मोटर्स (Eicher Motors) के शेयर आज कमजोर मार्केट सेंटिमेंट में भी ढाई फीसदी से अधिक उछल गए। Nifty 50 पर आज यह दूसरा सबसे अधिक उछलने वाला शेयर रहा। इसके शेयरों में इतना ताबड़तोड़ तेजी इसकी दमदार सितंबर तिमाही नतीजे के चलते रही। सितंबर तिमाही में इसे रिकॉर्ड मुनाफा हुआ और सिर्फ मुनाफा ही नहीं बल्कि रेवेंयू और सेल्स के मामले में भी तिमाही रिकॉर्डतोड़ रही। इसके चलते ब्रोकरेज भी काफी पॉजिटिव हुए और निवेशकों ने जमकर खरीदारी की। ऐसे में शेयर इंट्रा-डे में बीएसई पर 2.77 फीसदी उछलकर 3676.25 रुपये पर पहुंच गए। मुनाफावसूली के चलते भाव में थोड़ी नरमी आई। दिन के आखिरी में यह 1.90 फीसदी की बढ़त के साथ 3645.10 रुपये पर बंद हुआ है।
कैसी रही Eicher Motors के लिए सितंबर तिमाही
आयशर मोटर्स को सितंबर तिमाही में सालाना आधार पर 55 फीसदी 1016 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा हुआ जो इसका अब तक का रिकॉर्ड तिमाही मुनाफा है। एक्सचेंज फाइलिंग के मुताबिक इस दौरान ऑपरेशनल रेवेन्यू 3519 करोड़ रुपये से उछलकर 4,114 करोड़ रुपये पर पहुंच गया।
ब्रोकरेज का क्या है रुझान
जेफरीज ने इसे 4650 रुपये के टारगेट प्राइस पर खरीदारी की रेटिंग दी है। ब्रोकरेज के मुताबिक इस बात को लेकर भरोसा बढ़ा है कि कंपनी का मार्केट में हिस्सेदारी लंबे समय तक बनी रहेगी। सितंबर तिमाही में रॉयल एनफील्ड की 2,29,496 मोटरसाइकिल बिकी जो सालाना आधार पर 13 फीसदी अधिक रही। जेफरीज के मुताबिक ट्रिम्फ और हार्ले की लॉन्चिंग का इसकी बिक्री पर सीमित असर ही दिख रहा है। यहां तक की जेफरीज का यह भी कहना है किस दोपहिया गाड़ियों की मांग जैसे रिकवरी होगी और प्रीमियम गाड़ियों का चलन बढ़ेगा, इसकी रेटिंग फिर से करनी होगी।
एक और ब्रोकरेज फर्म मॉर्गन स्टैनने ने नए मॉडल्स और प्लेटफॉर्म के लॉन्ग टर्म में ग्रोथ पर फोकस के चलते इसे इक्वल-वेट रेटिंग दी है और 3552 रुपये पर टारगेट फिक्स किया है। सितंबरत तिमाही में रॉयल एनफील्ड ने नई बुलेट 350 लॉन्च की जो मैनेजमेंट के मुताबिक मांग के हिसाब से काफी सफल है। मॉर्गन स्टैनले ने इस बात की तरफ भी ध्यान आकर्षित किया है कि कंपनी अगले कुछ महीने में विदेशी बाजारों में बुलेट लॉन्च करने पर काम कर रही है।
डिस्क्लेमर: मनीकंट्रोल.कॉम पर दिए गए सलाह या विचार एक्सपर्ट/ब्रोकरेज फर्म के अपने निजी विचार होते हैं। वेबसाइट या मैनेजमेंट इसके लिए उत्तरदायी नहीं है। यूजर्स को मनीकंट्रोल की सलाह है कि कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले हमेशा सर्टिफाइड एक्सपर्ट की सलाह लें।