वैल्यूएशन के नजरिए से भारतीय बाजार महंगा बना हुआ ऐसे में अगर कॉरपोरेट अर्निंग, राजनैतिक स्थिरता या जियो पोलिटिकल मोर्चे से कोई निगेटिव खबर आती है तो बाजार में भारी गिरावट देखने को मिल सकती है। ये बातें वाटर फील्ड एडवाइजर के शांतनु भार्गव ने मनीकंट्रोल के साथ हुई एक बातचीत में कही हैं। इस बातचीत में उन्होंने आगे कहा कि इन वजहों से वो पूरे विश्वास के साथ यह कहने की स्थिति में नहीं है कि बाजार में इस साल के अंत तक 11 फीसदी का उछाल देखने को मिलेगा। बाजार पर बात करते हुए उन्होंने आगे कहा कि शार्ट टर्म में बाजार के लिए भले ही कुछ दिक्कतें आ रही हों, लेकिन अगले 10 साल में भारतीय बाजार बहुत बड़े वेल्थ क्रिएटर बनकर उभरेंगे।