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Experts views : गिरावट पर खरीदारी की रणनीति करेगी काम, ब्याज दरों के प्रति संवेदनशील शेयरों में लंबे नजरिए से करें निवेश

Share market: जियोजित इन्वेस्टमेंट्स के शोध प्रमुख विनोद नायर का कहना है कि बैंक निफ्टी ने तेजी से वापसी की है। बैंक शेयरों के अनुकूल मौद्रिक नीतियों और प्रमुख बैंकों द्वारा जमा दरों में कटौती किए जाने से सपोर्ट मिला है। इससे आगे मार्जिन में बढ़त और बैंकिंग शेयरों को फायदा होने की उम्मीद है

MoneyControl Newsअपडेटेड Apr 19, 2025 पर 2:41 PM
Experts views : गिरावट पर खरीदारी की रणनीति करेगी काम, ब्याज दरों के प्रति संवेदनशील शेयरों में लंबे नजरिए से करें निवेश
रेलिगेयर ब्रोकिंग के अजीत मिश्रा का कहना है कि मजबूत घरेलू फंडामेंटल्स ग्लोबल मार्केट की चिंता में कमी आने के साथ ही निवेशकों का सेंटीमेंट पॉजिटिव बना हुआ है। निफ्टी अपने पिछले स्विंग हाई 23,800 के आसपास मंडरा रहा है

Stock market : 17 अप्रैल को खत्म हुए छोटे कारोबारी हफ्ते के दौरान घरेलू बाजार में जोरदार उछाल देखने को मिला। स्मार्टफोन और कंप्यूटर जैसे उत्पादों को छूट दिए जाने के साथ ही अमेरिका द्वारा रिसीप्रोकल टैरिफ में रोक लगाए जाने के बाद बाजार में तेजी आई। एफआईआई की तरफ से हो रहे निवेश और सामान्य से बेहतर मानसून के पूर्वानुमान ने भी बाजार को सहारा दिया। इसके चलते दूसरी उभरते बाजारों की तुलना में भारतीय बाजारों के प्रदर्शन बेहतर रहा। इस सप्ताह के दौरान बीएसई लार्ज-कैप, मिड-कैप और बीएसई स्मॉल-कैप इंडेक्सों में 4 फीसदी से ज्यादा की बढ़त हुई है। इस अवधि में बीएसई सेंसेक्स 3,395.94 अंक या 4.51 प्रतिशत बढ़कर 78,553.20 पर और निफ्टी 1,023.1 अंक या 4.48 प्रतिशत बढ़कर 23,851.65 पर बंद हुआ।

जियोजित इन्वेस्टमेंट्स के शोध प्रमुख विनोद नायर का कहना है कि बैंक निफ्टी ने तेजी से वापसी की है। बैंक शेयरों के अनुकूल मौद्रिक नीतियों और प्रमुख बैंकों द्वारा जमा दरों में कटौती किए जाने से सपोर्ट मिला है। इससे आगे मार्जिन में बढ़त और बैंकिंग शेयरों को फायदा होने की उम्मीद है। ग्लोबल अनिश्चितताओं के बीच, बैंक शेयर पसंदीदा निवेश विकल्प बने हुए हैं। इसके चलते बैंक निफ्टी अब अपने ऑलटाइम हाई के करीब पहुंच रहे हैं।

उन्होंने आगे कहा कि भारत इस महीने की शुरुआत में अमेरिकी टैरिफ घोषणाओं से होने वाले नुकसान से पूरी तरह से उबरने वाला पहला बड़ा बाजार बन गया है। निवेशकों का सेंटीमेंट इस उम्मीद से उत्साहित कि अमेरिका-चीन ट्रेड वार से भारत को नुकसान नहीं बल्कि फायदा हो सकता है।

विनोद नायर ने आगे कहा कि वर्तमान में घरेलू मैक्रो इकोनॉमिक स्थिति में मजबूती बनी हुई है। इससे निवेशकों को लंबी अवधि के लिए ज्यादा जोखिम वाले असेट्स में निवेश बढ़ाने के लिए प्रोत्साहन मिल रहा है। इसके अलावा महंगाई में नरमी से भी बाजार को सपोर्ट मिल रहा है। सामान्य से बेहतर मानसून और तेल की कीमतों में गिरावट के पूर्वानुमानों से भी निवेशकों के सेंटीमेंट में सुधार आया है।

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