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Short Call: फेडरल रिजर्व की पॉलिसी का मार्केट्स पर पड़ेगा कितना असर? जानिए Piramal Pharma और HDFC Bank क्यों सुर्खियों में हैं

इस साल सितंबर में फेडरल रिजर्व ने कहा था कि वह 2025 में इंटरेस्ट रेट में चार बार कमी कर सकती है। लेकिन, अब इसकी उम्मीद नहीं दिख रही। ऐसे में दुनियाभर के मार्केट्स की नजरें आज आने वाली फेड की पॉलिसी पर लगी हैं। इससे पता चलेगा कि अमेरिकी केंद्रीय बैंक 2025 में इंटरेस्ट रेट में कितनी बार कमी करेगा

अपडेटेड Dec 18, 2024 पर 11:21 AM
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डोनाल्ड ट्रंप लगातार इंपोर्ट पर टैरिफ बढ़ाने की बात कर रहे हैं। टैरिफ बढ़ने से इनफ्लेशन बढ़ सकता है।

दुनियाभर के मार्केट्स की नजरें फेडरल रिजर्व के फैसले पर लगी हैं। आज (18 दिसंबर) अमेरिकी केंद्रीय बैंक दिसंबर की अपनी मॉनेटरी पॉलिसी का ऐलान करेगा। मार्केट्स को भरोसा है कि फेड इंटरेस्ट रेट में 25 बेसिस प्वाइंट्स की कमी करेगा। ऐसे में ज्यादा फोकस 2025 को लेकर फेड की स्ट्रेटेजी पर है। फेडरल रिजर्व को अगले साल इकोनॉमिक ग्रोथ के साथ ही इनफ्लेशन का खास ध्यान रखना होगा। खासकर ऐसे वक्त जब अमेरिका में सरकार बदलने जा रही है। 20 जनवरी को डोनाल्ड ट्रंप अमेरिका के राष्ट्रपति बन जाएंगे।

ट्रंप (Donald Trump) लगातार इंपोर्ट पर टैरिफ बढ़ाने की बात कर रहे हैं। टैरिफ बढ़ने से इनफ्लेशन बढ़ सकता है। इससे इनफ्लेशन को कंट्रोल में करने की फेड की कोशिशों को झटका लगेगा। ऐसे में फेड के लिए चुनौती बढ़ जाएगी। इस बीच, अमेरिकी इकोनॉमी में स्ट्रेंथ देखने को मिला है। लेबर मार्केट में भी हालात बेहतर हैं। लेकिन, टैरिफ बढ़ने से हालात बदल सकते हैं। ऐसे में फेडरल 2025 में इंटरेस्ट रेट घटाने में सुस्ती बरत सकता है। सितंबर में उसने अगले साल इंटरेस्ट रेट में चार बार कमी होने का अनुमान जताया था। लेकिन, अब ऐसा होने की उम्मीद कम है। इसलिए स्टॉक मार्केट्स के लिए भी अगले कुछ महीने काफी अहम होंगे। इनवेस्टर्स को मार्केट में सावधानी बरतने की जरूरत है।

Piramal Pharma

पिरामल फार्मा के शेयर 17 दिसंबर को 3.7 फीसदी चढ़कर 260.6 रुपये पर बंद हुए। JM Financial ने Piramal Pharma के शेयरों को खरीदने की सलाह दी है। उसने शेयरों के लिए 340 रुपये का टारगेट प्राइस दिया है। इसका मतलब है कि करेंस प्राइस से यह स्टॉक 30.5 फीसदी चढ़ सकता है। बुल्स का कहना है कि इंडियन CRDMO इंडस्ट्री के 2028 तक दोगुना हो जाने का अनुमान है। इसका बड़ा फायदा पिरामल फार्मा को हो सकता है। कंपनी के पास खास प्रोडक्ट्स हैं। विदेश में मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटी है। कंपनी अपने कंज्यूमर हेल्थ बिजनेस को बढ़ाने पर ध्यान दे रही है। FY24 से FY27 के बीच कंपनी के रेवेन्यू की ग्रोथ करीब 15 फीसदी रहने का अनुमान है। बेयर्स का कहना है कि कंपनी का कंप्लायंस रिकॉर्ड अच्छा है, लेकिन नियमों में किसी बदलाव का ग्रोथ पर निगेटिव असर पड़ सकता है।


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HDFC Bank

एचडीएफसी बैंक का स्टॉक 17 दिसंबर को 2 फीसदी गिरकर 1,829.90 रुपये पर बंद हुआ। शेयरों में गिरावट की वजह सेबी की एक चेतावनी है। मार्केट रेगुलेटर ने HDFC Bank को एक एडमिनिस्ट्रेटिव वार्निंग लेटर इश्यू किया है। इसमें बैंक पर सेबी के लिस्टिंग के नियमों का पालन नहीं करने का आरोप लगाया गया है। यह मसला अरविंग कपिल के इस्तीफे से जुड़ा है, जो बैंक में एक सीनियर मैनेजमेंट एग्जिक्यूटिव रह चुके हैं। बुल्स का कहना है कि इस बारे में आम राय है कि एचडीएफसी के विलय के बाद एचडीएफसी बैंक ग्रोथ के रास्ते पर बढ़ रहा है। ब्रोकरेज फर्म Bernstein का कहना है कि एचडीएफसी बैंक काफी स्ट्रॉन्ग बैंक है। ऐसे में किसी मुश्किल का सामना करने के लिहाज से यह प्रतिद्वंद्बी बैंकों के मुकाबले अच्छी स्थिति में है। हालांकि, क्रेडिट ग्रोथ में सुस्ती का असर CD रेशियो पर पड़ सकता है।

डिस्क्लेमर : मनीकंट्रोल डॉट कॉम पर दी गई सलाह एक्सपर्ट्स की अपनी राय होती है। यह वेबसाइट या इसका मैनेजमेंट इसके लिए जिम्मेदार नहीं है। रीडर्स को इनवेस्टमेंट से जुड़ा कोई फैसला अपने इनवेस्टमेंट एडवाइजर से बातचीत के बाद लेना चाहिए।

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