FlySBS Aviation IPO Listing: कंपनियों और अमीरों को चार्टर फ्लाइट मुहैया कराने वाली फ्लाईएसबीएस के शेयरों की आज NSE के SME प्लेटफॉर्म पर धांसू एंट्री हुई। इसके आईपीओ को भी निवेशकों का धांसू रिस्पांस मिला था और ओवरऑल इसे 318 गुना से अधिक बोली मिली थी। आईपीओ के तहत ₹225 के भाव पर शेयर जारी हुए हैं। आज NSE SME पर इसकी ₹427.50 पर एंट्री हुई है यानी कि आईपीओ निवेशकों को 11% का लिस्टिंग गेन (FlySBS Listing Gain) मिला। लिस्टिंग के बाद शेयर और ऊपर चढ़े। उछलकर यह ₹448.85 (FlySBS Share Price) के अपर सर्किट पर पहुंच गया और इसी पर बंद भी हुआ यानी कि आईपीओ निवेशक का पैसा पहले ही दिन डबल हो चुका है।
FlySBS Aviation IPO के पैसे कैसे होंगे खर्च
फ्लाईएसबीएस एविएशन का ₹102.53 करोड़ का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 1-5 अगस्त तक खुला था। इस आईपीओ को निवेशकों का धांसू रिस्पांस मिला था और ओवरऑल यह 318.68 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इसमें क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) के लिए आरक्षित हिस्सा 191.93 गुना, नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) का हिस्सा 563.64 गुना और खुदरा निवेशकों का हिस्सा 286.06 गुना भरा था। इस आईपीओ के तहत ₹10 की फेस वैल्यू वाले 45.57 लाख नए शेयर जारी हुए हैं। इन शेयरों के जरिए जुटाए गए पैसों में से ₹80.47 करोड़ लॉन्ग टर्म ड्राई लीज बेसिस पर छह नए विमान लेने, ₹7.28 करोड़ कर्ज चुकाने और बाकी पैसे आम कॉरपोरेट उद्देश्यों पर खर्च होंगे।
FlySBS Aviation के बारे में
वर्ष 2020 में बनी फ्लाईएसबीएस एविएशन प्राइवेट जेट सर्विसेज मुहैया कराती है। इसका मुख्यालय तमिलनाडु के चेन्नई में है। यह देश-विदेश में एयर चार्टरिंग सर्विसेज देती है। क्लाइंट्स की जरूरतों के मुताबिक इसने जे टाइम प्रोग्राम और फ्लेक्सजेट जैसे सब्सक्रिप्शन प्लान भी पेश किए हुए हैं। वित्त वर्ष 2025 में इसका टोटल फ्लाईंग ऑवर्स 2600 घंटे का था जिसमें से 1812 घंटे तो इंटरनेशनस फ्लाईंग ऑवर्स रहे।
कंपनी के वित्तीय सेहत की बात करें तो यह लगातार मजबूत हुई है। वित्त वर्ष 2023 में इसे ₹3.44 करोड़ का शुद्ध मुनाफा हुआ था जो अगले वित्त वर्ष 2024 में उछलकर ₹11.25 करोड़ और वित्त वर्ष 2025 में ₹28.41 करोड़ पर पहुंच गया। इस दौरान कंपनी की टोटल इनकम भी ताबड़तोड़ स्पीड से बढ़ी और वर्ष 2023 में ₹34.68 करोड़ और वित्त वर्ष 2024 में ₹106.72 करोड़ से उछलकर ₹195.38 करोड़ पर पहुंच गई। हालांकि इस दौरान कंपनी पर कर्ज भी लगातार बढ़ा जोकि वित्त वर्ष 2023 के आखिरी में ₹3.36 करोड़ और वित्त वर्ष 2024 के आखिरी में ₹2.56 करोड़ से बढ़कर वित्त वर्ष 2025 के आखिरी में ₹17.93 करोड़ पर पहुंच गया।
डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।