F&O Manual: हफ्ते के आखिरी कारोबारी दिन बाजार में कंसोलिडेशन का मूड देखने को मिल रहा है। निफ्टी 18600 के करीब है। वहीं, बैंक निफ्टी में हल्की बढ़त के साथ कारोबार हो रहा है। मिडकैप पर हल्का दबाव है। फाइनेंशियल, रियल्टी और कैपिटल गुड्स में बढ़त देखने को मिल रही है। शुगर, सीमेंट और ऑटो एंसिलरी शेयरों में भी खरीदारी आई है। वहीं, FMCG,कंज्यूमर ड्यूरेबल्स, तेल और गैस शेयरों में दबाव बना हुआ है। बाजार आज भी भी वोलैटिलिटी के साथ छोटे दायरे में दिख रहा है। फिलहाल निफ्टी 45.40 अंक यानी 0.24 फीसदी की कमजोरी के साथ 18596.95 के स्तर पर दिख रहा है। वहीं, बैंक निफ्टी 0.07 फीसदी की हल्की बढ़त के साथ 44027.45 के स्तर पर दिख रहा है।
आईटी और सरकारी बैंकों में बिकवाली के दबाव के बीच बाजार में काफी उठापटक देखने को मिली है। रियल्टी इंडेक्स पर भी दबाव था लेकिन बाद में इसमें अच्छा बाउंसबैंक देखने को मिला है। फिलहाल ये इंडेक्स 0.7 फीसदी की बढ़त के साथ कारोबार कर रहा है। विश्लेषकों और ट्रेडर्स को बाजार में अस्थिरता बनी रहने की उम्मीद है। क्योंकि निवेशकों को आशंका है कि फेडरल रिजर्व बैंक ऑफ कनाडा की तरफ आश्चर्यजनक रूप से ब्याज दर में बढ़त के बाद 14 जून की बैठक में यूएस फेड फी आक्रामक बना रह सकता है।
18700 पर सबसे ज्यादा कॉल राइटिंग
ऑप्शन डेटा से पता चलता है कि ट्रेडर्स ने 18600 पर स्ट्रैडल ट्रेड लिया है। वहीं 18700 पर ज्यादा कॉल राइटिंग देखने को मिली है। ये स्तर अभी निफ्टी के लिए सबसे बड़ी बाधा बना हुआ है। हालांकि निफ्टी को 18500 पर कुछ सपोर्ट हासिल है।
मेहता इक्विटीज के प्रशांत तापसे का कहना है कि जब तक निफ्टी 18463 के सपोर्ट स्तर से ऊपर टिका हुआ है तब तक मंदडिय़ों के दूर रहने की संभावना है। जबकि इस बात की प्रबल संभावना है कि निफ्टी जल्द ही 18888 के ऑलटाइम हाई को फिर से हासिल करता दिखेगा।
अगल-अलग शेयरों की बात करें तो IEX के शेयर में दूसरे दिन भी तेज गिरावट देखने को मिली है। 2 दिनों में ये स्टॉक करीब 20 फीसदी टूटा है। ये शेयर एक्सचेंज पर प्राइस डिस्कवरी में थर्ड पार्टी के दखल से कंपनी की मोनोपॉली टूटने की आशंका से फिसला है। IEX में आज भारी शॉर्ट-बिल्डअप देखने को मिला है। इसके अलावा HDFC AMC, HUL और Tata Steel में भी शॉर्ट बिल्ड अप देखने को मिला है।
दूसरी तरफ सीमेंट शेयर आज जोश में हैं। India Cements, UltraTech Cement, Ramco Cement और JK Cement में लॉन्ग बिल्डअप देखने को मिला है।
डिस्क्लेमर: मनीकंट्रोल.कॉम पर दिए गए विचार एक्सपर्ट के अपने निजी विचार होते हैं। वेबसाइट या मैनेजमेंट इसके लिए उत्तरदाई नहीं है। यूजर्स को मनी कंट्रोल की सलाह है कि कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले सर्टिफाइड एक्सपर्ट की सलाह लें।