महीनों से हम सुन रहे हैं FIIs यानी विदेशी संस्थागत निवेशकों का भारत से मोहभंग हो चुका है। भारतीय शेयर बाजार में वे लगातार बिकवाली कर रहे हैं। लेकिन यह पूरी कहानी नहीं है। असलियत ये है कि विदेशी निवेशक, लार्जकैप शेयरों को बेच रहे हैं और इसकी जगह अब छोटे शेयरों यानी स्मॉलकैप और मिडकैप शेयरों पर दांव लगा रहे हैं। यह कुछ ऐसा ही गेम है, जैसा अब तक रिटेल निवेशक खेलते आ रहे थे।
