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RIL share price : जेपी मॉर्गन और जेफरीज के बाद अब सिटी भी रिलायंस इंडस्ट्रीज पर बुलिश, जानिए क्या है टारगेट प्राइस

Reliance Industries share price : ब्रोकरेज ने भारती एयरटेल के वित्त वर्ष 2027 के EV/EBITDA को 14 गुना बढ़ा दिया है। वहीं, जियो का EV 135 अरब डॉलर से बढ़ा कर 145 अरब डॉलर कर दिया है। रिलायंस रिटेल से डिमर्ज होने के बाद रिलायंस कंज्यूमर में RIL की हिस्सेदारी के लिए SOTP में 63 रुपये प्रति शेयर जोड़े गए है

Edited By: Sudhanshu Dubeyअपडेटेड Dec 03, 2025 पर 10:17 AM
RIL share price : जेपी मॉर्गन और जेफरीज के बाद अब सिटी भी रिलायंस इंडस्ट्रीज पर बुलिश, जानिए क्या है टारगेट प्राइस
दूसरे ब्रोकरेज भी कंपनी के न्यू एनर्जी करोबार को लेकर आशावादी नजर आ रहे हैं। मोतीलाल ओसवाल ने हाल ही में अपने मॉडल में बैटरी मैन्युफैक्चरिंग वर्टिकल को शामिल करने के बाद स्टॉक के लिए अपना प्राइस टारगेट बढ़ाया है

Reliance Industries share price : जेपी मॉर्गन और जेफरीज के बाद अब सिटी भी रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries) पर बुलिश हैइसने भारतीय ऑयल एंड गैस स्पेस में RIL को अपना टॉप पिक बताया है। सिटी ने इस शेयर पर खरीदारी की सलाह के साथ 1800 रुपए से ज्यादा के लक्ष्य दिए हैं। ब्रोकरेज ने भारती एयरटेल के वित्त वर्ष 2027 के EV/EBITDA को 14 गुना बढ़ा दिया है। वहीं, जियो का EV 135 अरब डॉलर से बढ़ा कर 145 अरब डॉलर कर दिया है। रिलायंस रिटेल से डिमर्ज होने के बाद रिलायंस कंज्यूमर में RIL की हिस्सेदारी के लिए SOTP में 63 रुपये प्रति शेयर जोड़े गए है।

जेफरीज ने भी रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर पर 1,785 रुपये प्रति शेयर के टारगेट प्राइस के साथ ‘buy’ कॉल बनाए रखा, जिसका मतलब है कि मौजूदा लेवल से इसमें 14 फीससदी से ज़्यादा की बढ़त हो सकती है। जेफरीज का कहना कि रिलायंस के तीनों मेन वर्टिकल्स यानी डिजिटल सर्विस, रिटेल और ऑयल-टू-केमिकल्स, FY26 की शुरुआत से डबल-डिजिट ग्रोथ दे रहे हैं। ब्रोकरेज ने आगे कहा कि जियो का आने वाला IPO जल्द ही टैरिफ में दखल दे सकता है, जिससे टेलीकॉम सेगमेंट में और तेज़ी आ सकती है। इसके अलावा, RIL का स्टॉक अपने लॉन्ग-टर्म मीन EV/EBITDA मल्टीपल से नीचे ट्रेड कर रहा है, जिससे इसका रिस्क-रिवॉर्ड अच्छा बना हुआ है।

इसके पहले जेपी मॉर्गन ने भी अपनी ‘ओवरवेट’ रेटिंग बनाए रखी थी। ब्रोकरेज की दलील है कि FY24-25 में देखने को मिली रिफाइनिंग और पेट्रोकेमिकल्स की कमजोरी अब पीछे छूट गई है और मौजूदा रिफाइनिंग मजबूती से अर्निंग्स अपग्रेड की गुंजाइश है। इसने Jio IPO, टैरिफ में बढ़ोतरी की उम्मीद,नए एनर्जी बिजनेस की कमीशनिंग और मजबूत रिटेल ग्रोथ जैसे संभावित ट्रिगर की ओर भी इशारा किया था।

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