विदेशी निवेशकों ने वित्त वर्ष 2023 के दौरान जहां देश के कई प्रमुख प्राइवेट बैंकों में अपनी हिस्सेदारी घटाई है। वहीं दूसरी ओर उन्होंने यस बैंक (Yes Bank), आईडीएफसी फर्स्ट बैंक (IDFC First Bank) और एक्सिस बैंक (Axis Bank) में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाई है। फॉरेन पोर्टफोलियो इनवेस्टर्स (FPI) के हालिया आंकड़े से यह जानकारी मिली है। आंकड़ों के मुताबिक, यस बैंक में FPI ने वित्त वर्ष 2023 के दौरान अपनी हिस्सेदारी 12% बढ़ाई है। मार्च 2022 के अंत में यस बैंक में FPI की हिस्सेदारी 10.97 फीसदी थी, जो अब बढ़कर 23.1 फीसदी पर पहुंच गई है।